Monday, 31 December 2012

दामिनी रेप काण्ड के अपराधियों की सज़ा में देरी क्यों.? के विरोध में कानपुर में आज  कैंडल मार्च कर रही हैं- सुप्रेरणा सिंह 


भोजपुरी, हिंदी तथा दक्षिण भारत की फिल्मों की सफल अभिनेत्री ''सुप्रेरणा सिंह'' ने आज उत्तर प्रदेश के जिला- कानपुर के राजीव वाटिका, मोती झील में आज 3:30pm को दामिनी रेप काण्ड के अपराधियों की सज़ा में देरी क्यों ...?के विरोध में  कैंडल मार्च कर रही हैं। 
यह कैंडल मार्च कानपुर के राजीव वाटिका से अमर जवान चौक तक किया जा रहा है। एक सवाल के  जवाब में ''सुप्रेरणा सिंह'' कहा कि  ''इस रेप काण्ड के अपराधी को नाबालिग कहकर सजा सुनाने पर विचार किया जा रहा है, ऐसा क्यो ...? क्या जो  नाबालिग यह बड़ा काण्ड कर सकता है, उसके दुष्कर्म से किसी बेक़सूर की जान जा सकती है, तो उसे सज़ा क्यों नहीं दिया जा सकता ...? क्या दिवंगत दामिनी की आत्मा को शांति मिल सकेगी ...?  यह कैंडल मार्च समाज सेवक- मोहित शुक्ला के मार्गदर्शन में किया जा रहा है। मोहित शुक्ला ने बताया कि " हम लोग दामिनी की श्रद्धांजलि देते हुए सर पर काली बाँधकर विरोध जताया जा रहा है। वह लड़का जिसे नाबालिग कहकर सज़ा नहीं देने की बात हो रही  है, अगर वह रेप कर सकता है, तो फांसी की सज़ा क्यों नहीं दिया जा सकता है?

Thursday, 27 December 2012

मैं नये फिल्म निर्माताओं को हमेशा सहयोग करूँगा- ’विजय वर्मा’

गायक से नायक बने ’विजय वर्मा’ ने बिहार में हालिया प्रदर्शित फिल्म ’धड़केला तोहरे नावे करेजवा’  से सिनेप्रेमियों के बीच ’यंग्री यंग मैन’ के रूप में एक अलग छवि बनाने में कामयाब हो गये हैं। लगभग 8  विडियो अल्बम में अपनी मधुर आवाज से विजय वर्मा से सिनेप्रेमियों के दिल की धड़कन बनने के बाद एक सुखद संयोग ही कहा जा सकता है जब उन्हें सिनेमा के रूपहले परदे पर पदार्पण करने का सुनहरा अवसर निर्देशक ’दिनेश यादव’ ने प्रदान किया तथा  पहली ही फिल्म से स्टार नायक बन गये। और बने भी क्यों ना....? क्योंकि  पहली ही फिल्म में उनकी नायिका सुपर स्टार ’रानी चटर्जी’ जो थी। जिन्होंने पूरी फिल्म में उनका भरपूर सहयोग तो किया ही साथ ही निरंतर आत्मविश्वास भी बढाती रही हैं। आइये उनसे एक खास मुलाकात के प्रमुख अंश पर दृष्टि डालते हैं।
सवाल- सबसे पहले विजय जी हम आपको सफल फिल्म का सफल नायक बनने के लिए मुबारकबाद देते हैं।
विजय वर्मा- बहुत बहुत धन्यवाद आपको और साथ ही हमारे सभी सिनेप्रेमियों को भी, जिन्होंने मुझे इस मुकाम पर खड़ा किया, अपना प्यार एवं आशीर्वाद दिया और मेरा सपना साकार होने में मदद किया।
सवाल- बहुत अच्छी बात है विजय वर्मा जी, जो अपनी सफलता का सारा श्रेय सिनेप्रेमियों को दे रहे हैं।
विजय वर्मा-  जी हाँ, हमारे दर्शक ही हम कलाकारों के भगवान होते हैं। वे ही हमें स्टार और हमारी फिल्मों को हिट बनाते हैं। मैं दर्शकों का ताउम्र आभारी रहूँगा और मैं उम्मीद करता हूँ कि दर्शकगण  मेरी इस पहली फिल्मकी तरह मेरी हर अच्छी फिल्म को सफल बनाते रहेंगे। साथ ही डॉक्टर सुनील सिंह जी का भी बहुत आभारी हूँ, जिन्होंने अच्छे वितरक होने के नाते फिल्म को रिलीज किया।
सवाल- विजय जी, सबसे पहले हम  आपसे जानना चाहते हैं आपके गायक से नायक बनने के सफर के बारे में?
विजय वर्मा- सुपर गोल्ड म्यूजिक कम्पनी के लिए मैं लगभग 8 विडियो अल्बम में गीत  गा  चुका हूँ। एक दिन संयोग से मेरी मुलाकात फिल्म निर्देशक ’दिनेश यादव’ से हो गयी। उन्हें एक नये चेहरे की तलाश थी, उन्होंने मुझे फिल्म की कहानी सुनाई और मैंने फौरन बिना कुछ सोच विचार के हाँ कह दी। क्योंकि मुझे कहनी बेहद पसंद आ गई एवं साथ ही सुपर स्टार हेरोइन ’रानी चटर्जी’ के साथ स्क्रीन शेयर करने का मौका भी मिल रहा था। आज जब फिल्म सफलता का परचम लहरा रही है और दर्शकों को मेरा काम पसंद आ रहा है तो मुझे खुशी हो रही है कि मेरा फैसला एकदम सही था।
सवाल- रानी चटर्जी के साथ जब पहली बार आपने पाहला सीन ओके किया तो उसके पहले आप कितना नर्वस थे?
विजय वर्मा- मैं नर्वस तो नहीं था मगर हाँ, यह जरूर सोचता था कि वे एक सुपर स्टार हैं और मैं एकदम नया। परन्तु रानी चटर्जी  जी  एक सच्ची  कलाकार हैं, वह हमेशा मेरा हौसला अफजाई करती रहती थी तथा दोस्ती भरा माहौल बनाकर हर सीन में सहयोग करती थी। वाकई  रानीजी दिल की रानी हैं, उनकी नजर में कोई कलाकार छोटा या बड़ा नहीं होता है। भगवान उन्हें हमेशा उच्च शिखर पर विराजमान रखें।
सवाल- एक अहम सवाल?
विजय वर्मा- जी पूछिए।
सवाल- अब आप भी एक स्टार नायक बन गये है, तो नये फिल्म निर्माताओं को आप कितना सहयोग करेंगे?
विजय वर्मा - सफल निर्माताओं के साथ ही साथ मैं नये निर्माताओं को भी बहुत सहयोग करूँगा जहां तक बन पड़ेगा मैं उन्हें नुकसान होने से बचाने का  पूरा प्रयास करूंगा। क्योंकि जब एक निर्माता फिल्म बनाता  है तो कम से कम  100 घर का रसोईघर चलता है। मगर उसी पालनहार को लोग निचोड़ लेते हैं, फिल्म का बजट 50 लाख से 1 करोड़ तक पहुँच  जाता है और कमाई नही हो पाती है तो उसके दिल से जो हाय निकलती उसके बारे में कोई नहीं सोचता है। इसलिए मैं हर फिल्म साइन करते समय पहले अपने निर्माता के बारे में सोचूंगा फिर अपने बारे में।
सवाल- नये फिल्म निर्माताओं से क्या कहना चाहते हैं आप ?
विजय वर्मा- उनसे सिर्फ इतना ही कहना चाहता हूँ कि जब भी उनके पास 40 - 50 लाख रूपये आ जाये तो जोश में होश न खोएं। सोच समझकर फिल्म निर्माण के क्षेत्र में आयें। वह फिल्म निर्माण सम्बन्धी हर पहलू पर ध्यान देकर अच्छी कहानी , उम्दा गीत- संगीत एवं अच्छे टेक्नीशियन  के साथ फिल्म बनाएं। किसी के बहकावे न आकर भोजपुरी की अच्छी छवि को ध्यान में रखकर पूरे परिवार के साथ देखने  लायक फिल्म बनाएं। अच्छी टीम वर्क  के साथ काम करेंगे तो उन्हें सफलता जरूर मिलेगी।
सवाल- बहुत ही अच्छे विचार हैं आपके विजयजी। अंत में हमारे पाठकों से क्या कहना चाहेंगे?
विजय वर्मा- एक बार फिर मैं सभी दर्शको एवं पाठकों बहुत-बहुत धन्यवाद देना चाहता हूँ, कि आप सबकी वजह से ही आज मैं सफल नायक बनने में  सफल हो सका, इसके लिए मैं आप सबका सदा आभारी रहूँगा। ऐसे हमेशा अपना प्यार आशीर्वाद बनाये रखें और मेरी आने वाली हर फिल्म को सफल बनाते रहें। धन्यवाद।
 

एक लैला तीन छैला" के टाईटल गीत की शूटिंग गोवा में 

आर. एम. फिल्म्स प्रा.लि.' के बैनर तले बनाई जा रही निर्माता 'मुकेश सोनी' की  पहली भोजपुरी फिल्म 'एक लैला तीन छैला' के टाईटल गीत की शूटिंग जनवरी माह में गोवा की जा रही है। इस  गीत को भोजपुरी सिनेमा की सुपर स्टार नायिका *रानी चटर्जी* पर फिल्माया जायेगा। इसके अलावा पूरी फिल्म की शूटिंग मुंबई के फिल्मसिटी, मढ़ तथा पालघर इत्यादि  खूबसूरत स्थलों पर    एक शेड्यूल में पूरी कर ली जाएगी। 
एक सवाल के जवाब में मुकेश सोनी ने बताया कि **खर्चीले सेट पर गानों की शूटिंग करना और महँगी फिल्म बनाने का मेरा मुख्य उद्देश्य यही है कि भोजपुरी फिल्में भी तकनीकी रूप से मज़बूत बने तथा हाई प्रोफाईल के लोग भी भोजपुरी फिल्म देखना शुरू करें। रही बात फायदे की तो  मैं नफा नुकसान के लिए फिल्म नही बना रहा हूँ बल्कि जो  लोग भोजपुरी सिनेमा को हेय दृष्टि से देखते हैं उनकी सोच बदलने के लिए ''एक लैला तीन छैला'' का निर्माण कर रहा हूँ, और इसके लिए मैंने *वी एफ  एक्स* का पूरा सेटअप एडिटिंग के साथ लगवाया है, ताकि फिल्म तकनीकी रूप से अच्छी बन सके। अपनी होम प्रोडक्शन फिल्म के अलावा दूसरे बैनर की भोजपुरी फिल्मों के लिए कम खर्च में कार्य करना चाहता हूँ।
इस फिल्म के निर्माता 'मुकेश सोनी' तथा निर्देशक - 'शाद कुमार' हैं. लेखक - लालजी यादव, कार्यकारी निर्माता- अतिन दूबे, छायांकन गौरांग सहा, डांस निर्देशक- कानू मुखर्जी, संगीत- छोटे बाबा तथा गीतकार - अशोक सिन्हा, फणीन्द्र राव, प्रेम सागर तथा जीतेन्द्र मिर्जापुरी हैं. कला - मुकेश सिने आर्ट इंटरप्राईजेज प्रा.लि. तथा  निर्माण प्रबंधक - अब्दुल सिददकी एवं रंगलाल निषाद  है. मुख्य कलाकार - रानी चटर्जी, धर्मेश मिश्रा, बालेश्वर सिन्ह, राजू श्रेष्ठ, पुष्पा वर्मा, मेहनाज सराफ तथा संजय पाण्डेय है वही आईटम डांस - सीमा सिंह कर रही है.

खलनायक बनकर मज़ा आ रहा है- समर्थ चतुर्वेदी 

धन्यवाद उन निर्माता - निर्देशक का जिन्होंने मुझे नायक व खलनायक के  नजरिये से दूर रखते हुए एक सफल कलाकार के रूप के में देखते है  और मुझे अपनी फिल्मों में सशक्त भूमिका के लिए चयन करते हैं।* यह कहना है चर्चित अभिनेता *समर्थ चतुर्वेदी* का, जिन्होंने *बलमा बड़ा नादान* से बतौर नायक अपनी फ़िल्मी कैरियर की शुरुआत किया था। कई सफल फिल्मों के नायक रह चुके *समर्थ चतुर्वेदी* ने पिछले साल सुपर हिट रही फिल्म *त्रिनेत्र* से बतौर खलनायक अपनी दूसरी पारी शुरू किया और आज की तारीख में वह लगातार हिंदी व भोजपुरी फिल्मों की शूटिंग में हमेशा व्यस्त रहते हैं।
निर्माता- पवन कुमार तथा निर्देशक- अजीत  श्रीवास्तव की फिल्म- *बीबी नम्बर वन* की शूटिंग पूरी की है जिसमे केन्द्रीय भूमिका में दिनेश लाल यादव एवं मोनालिसा हैं। इसके अलावा निरहुआ इंटरटेनमेंट प्रा.लि. की फिल्म- *टाईगर* की शूटिंग हैदराबाद के रामोजी राव स्टूडियो में संपन्न किया है। जिसके निर्देशक - सुब्बा राव जी हैं।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि *दक्षिण भारतीय फिल्मों का अपना अलग ही मजा है। मुझे बहुत सीखने को मिला।  कार्य के प्रति समर्पण, लीक से हटकर कार्य प्रणाली वाकई अच्छा अनुभव रहा। अगर मौका मिला तो आगे भी फिर उनके साथ काम  करूँगा।*
समर्थ चतुर्वेदी की हिंदी फिल्म- *ज़िन्दगी जलेबी* शीघ्र ही प्रदर्शित होने वाली है, जिसमे सब थियेटर के कलाकार हैं। तथा भोजपुरी फिल्में - कंचन तन तुलसी मन गंगा, हवा में उड़ता जाय लाल दुपट्टा मलमल का, बीबी नम्बर वन तथा टाईगर इत्यादि हैं।

धर्मेश मिश्रा बने यादव जी

आम इन्सान की तरह फ़िल्मी कलाकार भी दिल के हाथों मजबूर हो जाते हैं। और मजबूर भी इस कदर कि वे क्या से क्या बन जाते हैं। ऐसा ही कुछ हाल है पिछले साल की  सफल फिल्म *त्रिनेत्र* से बतौर हीरो अपनी पहचान बना चुके *धर्मेश मिश्रा* का, जो अपनी अपनी जान से भी बढ़कर अपनी महबूबा को चाहते हैं। जी हाँ, इसी चाहत की वजह से मिश्रा जी से  वह *यादव जी*  बन गये हैं, और तो और वे अपनी मोहब्बत का एलान बिहार के भागलपुर, नौगछिया में पूरे गाँव में कर चुके हैं।
अब आप लोग को  ज्यादा सोचने  की जरूरत नही है। यह सारा माज़रा पूरी तरह से फ़िल्मी है। पिछले दिनों बिहार के भागलपुर, नौगछिया में पूरे भोजपुरिया परिवेश में कोसी गंगा फिल्म्स के बैनर तले निर्माणाधीन फिल्म - *यादव जी* की शूटिंग पूरी कर ली गयी है। जुर्म के खिलाफ क्रन्तिकारी आवाज उठाने वाले *यादव जी* नामक एक नौजवान की कहानी है, जिसमे केन्द्रीय भूमिका *धर्मेन्द्र मिश्रा*  निभा रहे हैं और उनकी प्रेमिका का किरदार निभा रही हैं कई फिल्मों की मुख्य नायिका *फलक*।   निर्माता- प्रशांत राज व सह निर्माता- नरेन्द्र गुलशन की इस फिल्म के निर्देशन की बागडोर *संजय संजय एस. श्रीवास्तव* ने सँभाली है। फ़िल्म का संगीत बनाया है गणेश पाण्डेय ने तथा सभी गीतों को लिखा है- पंकज प्रियदर्शनी ने। 
मुख्य भूमिकाओं में- धर्मेश मिश्रा, फलक, दिलीप आनन्द, अर्पिता माली, सी.पी. भट्ट, बंटी  देवगन, त्रिभुवन  कुमार,  बबन कुमार  तथा बालेश्वर सिंह हैं 

प्यार का मसीहा बन गये  हैं - बालेश्वर सिंह

हर प्रकार के किरदार को जीवंत कर देने वाले अभिनेता ’बालेश्वर सिंह’ आजकल प्यार का पाठ पढ़ाते हुए प्रेम का मसीहा बन गये हैं। जी हाँ, आनन्द मिडिया - इंटरटेनमेंट के बैनर तले निर्माणाधीन फिल्म- ’मेरे साजन तेरे कारन’ में हरफन मौला कलाकार  ’बालेश्वर सिंह’  एन्टी हीरो की भूमिका निभा रहे हैं। जिसमे वह उन दो बिछड़े हुए प्रेमियों को मिलाने के लिए अपनी जान की बाजी लगा देते हैं, जिसे प्यार के दुश्मनों ने हमेशा के लिए अलग कर दिया है।  इस फिल्म के निर्देशक राजीव राय हैं, जिनके  निर्देशन में एक उम्दा फिल्म बन रही है। जिसकी शूटिंग जोर-शोर से हो रही है। संगीतकार  ’के रत्नेश मिश्रा’  का संगीत भी बहुत कर्णप्रिय बन चुका है साथ ही  छायांकन- पवन गुप्ता, मार धाड़- किंदर पाजी, नृत्य निर्देशक- केदार मास्टर का है। मुख्य भूमिकाओं में- रविराज दीपू, अपूर्वा बिट, बालेश्वर सिंह, मनोज टाईगर, गोपाल राय, बंदिनी मिश्रा तथा अवधेश मिश्रा हैं एवं आईटम गीत पर सीमा सिंह नृत्य का  है।  
इसके अलावा एस  के फिल्म्स (चेन्नई) के  बैनर तले बनने जा रही फिल्म - ’गरदा’ में बतौर खलनायक नजर आयेंगे। इस फिल्म के निर्माता- श्रवण कुमार  तथा  निर्देशक - पराग पाटिल और कार्यकारी निर्माता- रमेश चन्द्र शर्मा हैं। लेखक- पराग पाटिल  एवं  पंकज कनौजिया हैं।
बालेश्वर सिंह की अन्य आने वाली फिल्में- गरदा,  एक लैला तीन छैला, चुन्नू बाबू सिंगापुरी, यादवजी, हम मस्ताने, तिलक तराजू और तलवार, गरदा उड़ा  देब तथा लाडली इत्यदि हैं।

आर. एस. तिवारी का दिल हो गईल कुर्बान


कहते हैं कि *होनहार बीरवान के होत  चिकने पात* यह कहावत चरितार्थ होती है सफल  व्यवसायी, फिल्म निर्माता तथा अभिनेता *आर. एस   तिवारी*  पर, जिन्होंने कम उम्र में ही पूरे राजस्थान तथा गुजरात में अपना व्यवसाय  फैला रखा है। जी हाँ, महज 26 वर्ष की उम्र में एक बड़ा व्यवसायिक स्तम्भ खड़ा कर लेना अपने आप में बहुत बड़ी उपलब्धि है।
सदर (पाण्डव वासी), प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश के मूल निवासी *आर. एस. तिवारी (रमा शंकर तिवारी)* कई सालों से व्यापार जगत में अच्छे व्यवसायी के रूप में जाने जाते है, परन्तु भोजपुरी माटी में पले बढ़े तथा भोजपुरिया प्रेम की वजह से बतौर निर्माता और नायक सम्पूर्ण पारिवारिक, पूरी तरह से भारतीय एवं स्वस्थ मनोरंजक पूर्ण फिल्म *दिल हो गईल कुर्बान* के निर्माण की बुनियाद रख दी और अब मुंबई में पोस्ट- प्रोडक्शन का कार्य तेजी से किया जा रहा है। मुख्य भूमिकाओं में रमा शंकर तिवारी, मोहिनी घोष, अविनाश शाही,  प्रिया  शर्मा, सोनिया मिश्रा, पूनम वर्मा, गोपाल राय। बिपिन सिंह, विष्णु शंकर बेलू , राज कपूर शाही, यशवंत कुमार जायसवाल, सुशिल कुमार सिंह, राहुल, समीर, टोनी, संजय, मुकेश, शत्रुघ्न तिवारी, डी के शुक्ला तथा दीपक भाटिया है। आइटम नृत्य- सीमा सिंह एवं मेहमान भूमिका में हीरालाल यादव हैं।  
एक सवाल के जवाब में *आर. एस. तिवारी*  ने कहा कि **मैं अक्सर भोजपुरी फिल्मों को देखता रहता हूँ मगर हमारी कला और संस्कृत को अक्सर नज़र अंदाज़ कर  दिया जाता है, जिससे भोजपुरी फिल्मों की छवि निरंतर बिगडती जा रही है।इसी बात को मद्दे नज़र रखते हुए मैंने एक अलग विषय के माध्यम से नयापन देने की कोशिश किया है, उम्मीद हैं कि मातृभाषा से जुडी हुयी स्वस्थ मनोरंजकपूर्ण मेरी यह फिल्म सिनेप्रेमियों को बहुत पसंद आएगी।**
गौरतलब है कि निर्माता एवं अभिनेता - आर. एस. तिवारी की निर्माण कम्पनी द्वारा *दिल हो गईल कुर्बान*  के अलावा कई अन्य बेहतरीन फिल्मों के निर्माण पर कार्य  चल रहा है, जिसका विषय इतिहास रचने  जैसा होगा।


Tuesday, 4 December 2012

दिल हो गईल कुर्बान  का पोस्ट प्रोडक्शन शुरू 

मोहब्बत और नफरत के बीच पलता हुआ जज्बात के जंग को पारिवारिक ड्रामा एवं स्वस्थ मनोरंजक के साथ सिनेमा के  रूपहले परदे पर आर एस फिल्म्स प्रोडक्शन के बैनर तले निर्मित फिल्म- *दिल हो गईल कुर्बान* का पोस्ट प्रोडक्शन का कार्य तेजी से मुंबई में किया जा रहा है। इस फिल्म की पूरी शूटिंग सिलवासा गुजरात में की गयी है। यह फिल्म बिहार की सत्य घटना पर आधारित  एक्शन, हास्य, रोमांस से भरपूर, सम्पूर्ण पारिवारिक है। बतौर निर्माता - आर एस तिवारी-  मैंने भरसक प्रयास किया है और मुझे उम्मीद है कि यह फिल्म देखने के बाद एक नई शुरुआत होगी तीसरी पीढ़ी के लिए। हमारी फिल्म के गीत संगीत बहुत ही कर्णप्रिय हैं जो सिनेप्रेमियों के सर पर चढ़ कर बोलेगा। फ़िल्म के निर्देशक  व लेखक मिथिलेश अविनाश के अनुसार- कोई भी इन्सान पैदाइसी बुरा नहीं होता है, बल्कि हालत और समाज मजबूर कर देता है उसे बुरा बनने पर। समाज में फैली बुराइयों का गूढ़ रहस्य है हमारी फिल्म *दिल हो गईल कुर्बान*। गीतकार- विनय बिहारी, राजेश मिश्र, फणीन्द्र राव, पप्पू ओझा, बिपिन ओझा तथा पिंटू गिरी हैं एवं संगीतकार- दामोदर राव है। निर्माण नियंत्रक- कन्हैया कुमार उर्फ़ रवि कुमार, नृत्य निर्देशक- महेश आचार्य व संतोष कुमार सर्वदर्शी, सिनेमैटोग्राफर- डी के शर्मा, मार धाड़- हीरालाल यादव हैं। मुख्य भूमिकाओं में- रमा शंकर तिवारी, मोहिनी घोष, अविनाश शाही, प्रिय शर्मा, सोनिया मिश्रा, पूनम वर्मा, गोपाल राय। बिपिन सिंह, विष्णु शंकर बेलू , राज कपूर शाही, यशवंत कुमार जायसवाल, सुशिल कुमार सिंह, राहुल, समीर, टोनी, संजय, मुकेश, शत्रुघ्न तिवारी, डी के शुक्ला तथा दीपक भाटिया है। आइटम नृत्य- सीमा सिंह एवं मेहमान भूमिका में हीरालाल यादव हैं। 

भोजपुरी इंडस्ट्री की सुखद पहल

यह भोजपुरी इंडस्ट्री का  गौरव ही है कि कई कड़ियों में एक कड़ी का इजाफा हुआ है। हम यूँ कहें कि कई बड़ी बड़ी कंपनियों में एक और भव्य एवं बड़ी कम्पनी ''यश एंड राज इंटरटेनमेंट'' का उदय हुआ। भव्य पूजन, हवन एवं मंत्रोच्चारण के साथ कम्पनी ने आगाज़ किया। यह सुखद पहल है भोजपुरी सिनेमा से जुड़े तमाम कर्मकारों का। आज ''यश एंड राज इंटरटेनमेंट'' के नाम से एक बड़ी संस्था एक बड़े बज़ट की फिल्म का निर्माण करने के लिए अग्रसर हुआ। फिल्म का नाम है- ''ठोक देब'', जिसमें आपको बड़े स्टारों का समागम अल्प समय में आप लोगों को गुदगुदायेगा। मधु सिंह कृत फिल्म- ''ठोक देब'' की निर्मात्री - जे. नीलम तथा नरेन्द्र कौर 'सिमरन' हैं। निर्देशन की बागडोर संभाल रहे हैं अजय कुमार, गीत-संगीत एस0 कुमार का तथा लेखक- सुरेद्र मिश्रा हैं।

अभिनेत्री के साथ - साथ फिल्म निर्मात्री भी बनी गुंजन पन्त

भोजपुरी फिल्मों की साफ-सुथरी छवि के साथ सिनेप्रेमियों के दिल में उतरकर घर-घर की लाडली अभिनेत्री *गुंजन पन्त* दर्शकों के बीच पूरी तरह से भारतीय फिल्म का निर्माण करने हेतु अब अभिनेत्री के साथ-साथ फिल्म निर्मात्री भी बन गयी हैं। उन्होंने अभी हाल ही में एक भोजपुरी फिल्म- *मुन्नी बदनाम भईल सईयाँ तोहरे खातिर* के निर्माण की घोषणा की है, जिसमें मुख्य भूमिकाओं में रानी चटर्जी एवं दीपक दूबे तथा ब्रिजेश त्रिपाठी हैं। 
एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि **मैं बतौर निर्मात्री इस फिल्म में अभिनय नहीं करूँगी, मगर इसका मतलब यह नही हैं कि अब मैं अभिनय को दर किनार कर रही हूँ। बल्कि फिल्म के अच्छे निर्माण हेतु हर पहलुओं को ध्यान देते हुए एक बहुत ही मनोरंजक फिल्म बनाउंगी। मेरी फिल्म पूरी तरह से कामर्शियल होगी और फिल्म के संगीत पर ख़ास ध्यान दूंगी।फिल्म की शूटिंग हम बिहार, उत्तर प्रदेश तथा मुंबई के कई खूबसूरत स्थलों पर करेंगे। बतौर निर्मात्री मेरी यह पहली फिल्म है इसलिए मैं सिर्फ फिल्म के निर्माण में ज्यादा ध्यान देना चाहती हूँ और "मुन्नी" के किरदार के लिए *रानी चटर्जी* ही  मुझे परफेक्ट च्वाईस लगती हैं।**
बतौर अभिनेत्री गुंजन पन्त की शीघ्र ही प्रदर्शित होने वाली फिल्में - लक्ष्मण रेखा, कोठा, यादव पान भंडार, राम लखन इत्यादि हैं। इसके अलावा वह लगातार कई फिल्मों की शूटिंग में भी व्यस्त हैं.

Friday, 2 November 2012

रियल स्टोरी रियल अभिनेता 

अरुण पाठक का नाम उस वक्त चर्चा में आया था जब बनारस में दीपा मेहता की फिल्म वाटर की शूटिंग को लेकर भरी बवाल हुआ था. बाद में इस फिल्म को शूटिंग की शूटिंग को रोक देना पड़ा. मिडिया में अरुण पाठक को खलनायक बताया तो वाटर में काम कर रही शबाना आजमी ने उन्हें प्रोफेशनल सुसाइडर तक कहा. अब अरुण पाठक शोषण दि टार्चर नाम की फिल्म बनाने जा रहे है वे कहते है की यह फिल्म ही नहीं आन्दोलन भी है. यह फिल्म मुझसे यूवाओ की खातिर शुरू करनी पड़ी. नोजवानो का एक ऐसा वर्ग है, जो सालो से शोषण का शिकार रहा है, जिसमे मै खुद भी शामिल है. ५२ बार जेल गया. और करीब पांच सो बार अधिक बार मेरी पिटाई हुई. सिर्फ इसलिया की मै न्याय के लिया लड़ा. मैंने सामाजिक कुरीतियों का विरोध किया. लेकिन मेरी आवाज दबाने की कोशिशा की गयी! श्रीनिवास इंटरटेनमेंट के बैनर टेल बन रही इस फिल्म की मुहरत एन्पायर स्टूडियो में किया गया ! इस मोके पर अरुण ने कहा की उन्हें सादे तेरह साल की उम्र में ही उन्हें टाचर किया जाने लगा. कभी राजीनीतिक शोषण हुआ. तो अभी पुलिस का टाचर झेलना पड़ा. शोषण दि टार्चर के निर्माता निर्दशक के रूप में अरुण पाठक इसे दर्शको के सामने ला रहे है. जिसमे उनका साथ दे रहे है डायेक्टर दीपक तिवारी ! फिल्म के लिए प्रीति सिधानिया का चयन किया जा चूका है. फिल्म के तकनीशियन और अन्य कलाकारों का चयन जारी है.

Tuesday, 30 October 2012

रवि किशन सेलिब्रेटी क्रिकेट लीग में भोजपुरी दबंग में शामिल 

भोजपुरी फिल्मो के सदाबहार सुपर स्टार रवि किशन  सेलिब्रेटी क्रिकेट लीग में भोजपुरी दबंग की और से खेलेंगे। मंगलवार को मॉरिशस से लौटते ही उन्होंने अनुबंध पर हस्ताक्षर कर दिए . इस साल से फ़िल्मी कलाकारों के क्रिकेट लीग सीसीएल में भोजपुरी सेलिब्रेटियों की भी टीम शामिल की गयी है . भोजपुरी दबंग नाम की इस टीम के कप्तान मनोज तिवारी और उप कप्तान दिनेश लाल यादव निरहुआ हैं। भोजपुरी फिल्म जगत के लगभग सभी कलाकार भोजपुरी दबंग के हिस्सा थे लेकिन व्यस्तता की वजह से रवि किशन औपचारिक रूप से इस टीम के हिस्सा नहीं बन पा रहे थे। मंगलवार की रात मॉरिशस से मुंबई आते ही उन्होंने हवाई अड्डे पर ही अनुबंध पर हस्ताक्षर किया और अपनी फिल्म धुरंधर की शूटिंग के लिए सिलवासा रवाना हो गए। रवि किशन के अनुसार , खेल एकता लाती है , ये अच्छी बात है की आज भोजपुरी के सारे लोग एकजुट हो गए हैं। उन्होंने कहा की वो समय निकल कर प्रेक्टिस भी करेंगे और क्रिकेट मैच भी खेलेंगे। 

Thursday, 25 October 2012

खेसारी लाल यादव और नेहा श्री की  प्यार कवनो खेल ना ह

भोजपुरी के कई सुपर हिट एल्बम देने वाले निर्माता और निदर्शक राकेश कुमार के कंपनी राकेश सिने मिडिया प्रा. लि. के बैनर तले बन रही फिल्म प्यार कवनो खेल ना ह की शूटिंग जोर शोर से बिहार के छपरा, सीवान, गोपालगंज में चल रही है, इस फिल्म में पहली बार भोजपुरी के सुपर स्टार खेसारी लाल यादव और लोड़ो मधेसिया और नेहा श्री पहली बार एक साथ नज़र आयेगे ! फिल्म प्यार कवनो खेल ना ह पूरी तरह रोमांटिक और एक्शन से भरपूर है. फिल्म के निर्दशक राकेश कुमार मुताबिकक उनकी फिल्म प्यार कवनो खेल ना ह भोजपुरी सिनेमा को नयी गति देगी. फिल्म में कुल ९ गाने है, जिसे सुरों से सजाया है खेसारी लाल यादव, विनोद राठोर, इंदु सोनाली, खुशबू जैन और अलोक कुमार ने ! फिल्म के गाने लिखे है महेश परदेशी, कृष्ण बेददी, श्याम देहाती ने ! जबकि संगीत दिया है एम. एम बदर ने, निर्माता निर्दशक राकेश कुमार, छायांकन बिरजू चौधरी, डांस विशाल, फ़ाइट पपू कराटे, मेकअप धर्मवीर है. इस फिल्म में खेसारी लाल यादव, लोड़ो मधेसिया, नेहा श्री, अरुण कुमार, अनीता सिंह, सी.पी. भट्ट, जिया खान, मो. आरिफ, सिराज भगत एव उमेश सिंह है, फिल्म को लेकर निर्दशक राकेश कुमार और खेसारी लाल यादव तथा नेहा लोड़ो मधेसिया भी पूरी तरह उत्साह में है

सुप्रेरणा सिंह ने इलाहबाद में दशहरा पर्व मनाया  

मोहक मधुर मुस्कान की मल्लिका एवं चर्चित अभिनेत्री *सुप्रेरणा सिंह* ने बहुत दिनों के बाद अपने गाँव इलाहबाद में दशहरा पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया.  जी हाँ, लगातार चल रही फिल्मों की शूटिंग में व्यस्तता के कारण वह चाहकर  भी नही जा पाती थीं। मगर इस बार उन्होंने सारे  काम को दरकिनार करते हुए जा पहुंची अपनी जन्म-भूमि इलाहबाद और खूब जमकर दशहरे का आनंद  उठाया। 
 गौरतलब है कि दशहरे के पावन अवसर मुंबई में निर्माता -निर्देशक रमाकांत प्रसाद की प्रदर्शित फिल्म- हिम्मतवाला में सुप्रेरणा सिंह के अभिनय एवं नृत्य की खूब तारीफ हो रही है। लगातार चार फिल्मों में *सुप्रेरणा सिंह* तथा विराज  भट्ट की रोमांटिक जोड़ी को दर्शको ने हिट करार देते हुए बहुत पसंद कर रहे हैं। *सुप्रेरणा सिंह* की शीघ्र ही प्रदर्शित  होने वाली फिल्में- लड़ब मरते दम तक, राम रहीम के नाता, देस-परदेश इत्यादि हैं।

अल्पायु में ही दुनिया से विदा हो गये लोकगायक- राकेश पाठक मधुर l

पूर्वांचल गौरव भोजपुरी लोकगीत व देवीगीत गायन के स्तम्भ तथा जौनपुर के पावन माटी  का लाल गायक व अभिनेता राकेश पाठक *पाठक* को  मंगलवार (23/10/2012) को दोपहर 12 बजे, बाबा  विश्वनाथ की पवित्र नगरी वाराणसी (बनारस) के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह लगभग 40 साल के थे, एक सप्ताह से पीलिया एवं मलेरिया बुखार से पीड़ित अस्पताल में उनका इलाज हो रह था।  इस शोक सन्देश से समूचे भोजपुरिया समाज में शोक की लहर फ़ैल गयी है। 
 दिवंगत श्री पाठक के गायन की कीर्ति  न सिर्फ पूरे भोजपुरिया समाज में फैली हुयी है, बल्कि मारीशस तथा सूरीनाम में भी उनके गायन प्रतिभा का परचम लहरा रहा है। अब तक वे सैकड़ों  विडियो अल्बम के गायक व अभिनेता रह चुके हैं। टी0 सीरीज, चंदा एवं अन्य म्यूजिक कम्पनी के लिए वह गा चुके हैं। *चुनरिया ओढ़ के* उत्तर प्रदेश तथा बिहार में अभी अभी भी धूम मचा रहा है। 
 माता सरस्वती जी का बेटा, पूर्वांचल का गौरव सम्मान  बढ़ाने वाले लोक गायक / अभिनेता  *राकेश पाठक**मधुर**  सभी भोजपुरिया समाज के दिल में हमेशा-हमेशा निवास करेगे। उनके प्रमुख शुभ चिंतक -  विनय वर्मा, चन्दन सेठ, रामचन्द्र  यादव सहित बहुत से लोगों ने गहरा दुःख प्रकट किया है। भगवन उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।

चुन्नू बाबू सिंगापुरी’’ के ट्रायल शो में दिग्गजों का जमवाड़ा

प्रदर्शन से पूर्व ही चर्चा के केन्द्र में आई भोजपुरी फिल्म ‘‘चुन्नू बाबू सिंगापुरी’’ के ट्रायल शो में विशेष रूप से ‘‘बिहार भोजपुरी आकादमी’’ के अध्यक्ष डा. रविकान्त दूबे  राष्ट्रीय हिन्दी साप्ताहिक समाचार पत्र बिहारी खबर के उप-संपादक अनूप नारायण सिंह भी उपस्थित थे। डा. आर. के दूबे ने भोजुपरी फिल्म का ट्रायल शो देखने के बाद कहा कि लक्ष्य से भटक चुकी भोजुपरी फिल्मों के इस दौर में यह फिल्म इतिहास रचने में कामयाब होगी। इस फिल्म को बिहार में टैक्स फ्री कराने के लिए वे अपने स्तर से बिहार सरकार से बात करेंगे। इस अवसर पर पत्रकार अनुप नारायण सिंह ने कहा कि आगामी 9 नवम्बर को छपरा में ‘सारण गौरव सम्मान’ का आयोजन किया गया है जिसमें भोजपुरिया माटी के लाल ‘चुन्नू सिंगापूरी’ को ‘सारण गौरव सम्मान‘ से सम्मानित किया जा रहा है। 
इस अवसर पर सिंगापुर के चाइनीज फिल्म निर्माता- के. एस. टैंग ने आये हुए सभी अतिथियों का तहेदिल से शुक्रिया अदा किया है। भोजपुरी को नई दिशा देने की बात कही।
'चुन्नू सिंगापूरी' ने भोजपुरी भाषा के मान-सम्मान से खिलवाड़ करने वाले फिल्मकारों को सचेत करते हुए कहा कि उनकी फिल्म मनोरंजन के साथ ही साथ भोजपुरी की अस्मिता में उठा एक प्रखर स्वर भी है। उन्होंने अपने फिल्म की युनिट के सभी सदस्यों को एक साफ-सुथरी एवं मनोरंजक फिल्म के निर्माण के लिए बधाई दी। यह ट्रायल शो कार्यकारी निर्माता 'चेतन बाबू' के देखरेख में किया गया।
पोलोनिया वत्स इंटरटेनमेंट प्रस्तुत फिल्म ‘‘चुन्नूबाबू सिंगापूरी’' के निर्माता 'के. एस. टैंग' हैं, कार्यकारी निर्माता 'चेतन बाबू' तथा निर्देशक मनोज श्रीपती झा हैं। कथा व संवाद  सुरेन्द्र मिश्रा, संगीत छोटे बाबा, गीत प्यारेलाल यादव ‘कवि’, राजेश मिश्रा, चुन्नू सिंगापुरी, प्रमोद पाण्डेय, उमेश ‘अनमोल’ तथा धर्मेन्द्र सिंह। छायांकन जगविंदर सिंह हुंदल, नृत्य अमित नायक, मारधाड़ हीरालाल यादव, कला राजीव रसिक, संकलन विभूति भूषण।
मुख्य कलाकार हैं-चुन्नू सिंगापुरी, प्रिया शर्मा, राखी त्रिपाठी, धर्मेन्द्र सिंह, आनंद मोहन, जे. के. सिंह, सारिका संघमित्रा, विनोद मिश्रा, अविनाश त्रिपाठी तथा संजीव झा एवं बालेश्वर सिंह। मेहमान भूमिका में दिव्या द्विवेदी, नेहा श्री सिंह, आलोक सिंह (सिंगर), एवं आईटम नृत्य सीमा सिंह।
इस  अवसर पर ‘‘बिहार भोजपुरी आकादमी’’ के अध्यक्ष डा. रविकान्त दूबे व राष्ट्रीय हिन्दी साप्ताहिक समाचार पत्र बिहारी खबर के उप-संपादक अनूप नारायण सिंह के अलावा अभिनेता- गोपाल राय, हैदर काज़मी, शुभम तिवारी, मनोज व्दिवेदी, गौरव झा, उत्तम मोहंती, संजय छपरी, अविनाश त्रिपाठी, जनार्दन सिंह, विवेक व्दिवेदी इत्यादि तथा  फिल्म निर्माता-शम्भू पाण्डेय, विनय शुक्ला, आर डी चौहान एवं फिल्म निर्देशक- राजकुमार आर पाण्डेय, हैरी फर्नाडिज, बालकृष्ण सिंह, रवि सिन्हा, रजनीश त्यागी, देव पांडे, अशोक त्रिपाठी अत्री आदि के अलावा मुख्य अतिथि सुशील खेन्तन, रेनू पाठक, प्रीति पाठक, प्रिया शर्मा, पायल सेठ, नेहा, उदभव पाण्डेय, सूरज, अजय कुमार, शिवशंकर पाल  इत्यादि ने ढेर सारी  बधाई दिया और फिल्म के सफल होने की मंगल कामना की।

बिहार के बाहुबली व दबंग कहे जाने वाले ददन सिंह पहलवान उर्फ़ ददन यादव अब अपनी लड़ाई को चलचित्रों में उतारेंगे 

बिहार के मानिंद नेता *ददन यादव पहलवान* जो ब0 स0 पा0 के बिहार प्रदेश प्रभारी हैं, इस वक्त मुंबई में नज़र आ रहे हैं। अब वह मुंबई में भी ब0 स0 पा0 पार्टी का नेतृत्व  करते हुए पार्टी को मज़बूत करेंगे ताकि  *सुश्री मायावती* की देखरेख में सरकार बने जिससे सबकी रक्षा हो सके। उनका कहना है कि मुंबई में मजलूम, दबे-कुचले और दलितों के शोषण को दूर करने हेतु सुश्री मायावती की पार्टी को मज़बूत करें। जिस तरह से उत्तर प्रदेश में बहन मायावती के शासन में गुंडागर्दी समाप्त हो गयी थी, उसी तरह से पूरे देश से गुंडागर्दी समाप्त हो जाएगी। इसलिए महाराष्ट्र की  जनता के साथ ही साथ पूरे देश की जनता से अपील है कि बहन मायावती को देश की गद्दी पर बैठाये ताकि सभी गरीबों की रक्षा हो जाये और पूरे देश में अमन चैन फैल जाय। गौरतलब है कि *ददन यादव पहलवान* ने मुंबई में एक चलचित्र *जुर्म के खिलाफ वीर लोरिक*  बनाने की घोषणा किया है। फिल्म के बारे में जानकारी मांगने पर उन्होंने सिर्फ इतना  ही बताया कि निर्देशक व सिनेमैटोग्राफर - *एस0 कुमार*  इस फिल्म का निर्देशन करेंगे तथा अभी पेपर वर्क चल रहा है, शूटिंग शीघ्र ही शुरू कर  दी जाएगी।

Saturday, 15 September 2012

मनोज पाण्डेय  ने मर्द तांगेवाला' का पटकथा एवं संवाद लिखा है

फिल्म की कथा पटकथा के आधार पर ही सिनेमा का निर्माण किया जाता है, और इन सारी ज़िम्मेदारी का निर्वहन रचनाकार व संवाद लेखक 'मनोज पाण्डेय'बाखूबी निभा रहे हैं. जी हाँ, कई हिंदी फिल्मों के सफल लेखक 'मनोज पाण्डेय' अब भोजपुरी सिनेमा में बतौर 'कथा-पटकथा' व 'संवाद' लेखक के रूप में सक्रियहो गये हैं. उनका कहना है कि मेरे लिए काम ही महत्वपूर्ण है, रुपया-पैसा नहीं. धन तो जीविका का साधन है, मगर काम से पहचान बनती है.
शीघ्र प्रदर्शित होने जा रही भोजपुरी फिल्म ''मर्द तांगेवाला'' का पटकथा एवं संवाद ''मनोज पाण्डेय'' ने लिखा है. 'पूर्वा प्रतीक' बैनर तले निर्माणाधीन इस फिल्म के निर्माता 'सूर्या'  हैं जबकि निर्देशन एवं कथा 'बाली'  का है. यह फिल्म शीघ्र ही सिनेप्रेमियों के बीच में होगी.
बहुमुखी  प्रतिभा के धनी लेखक 'मनोज पाण्डेय' ने इस फिल्म के संवाद लेखन में खाटी भोजपुरिया लुक देने की भरपूर कोशिश किया है. आज जब फिल्म बनकर प्रदर्शन हेतु तैयार है तो हर कोई मनोज पाण्डेय की तारीफ कर रहा है.
बतौर लेखक उनकी आने भोजपुरी फिल्में- लाल दुपट्टा वाली, घमासान, जीत गईल पिरितिया हमार तथा दीवानगी है. साथ ही हिंदी फिल्म- डेजर्ट फ्लावर, इश्क रिश्क, 'जाना तूने जाना नहीं'  एवं 'तेरी मेरी लव स्टोरी इत्यादि है.

Thursday, 16 August 2012

हिम्मतवाला' अनिल यादव का खौफ है 'कालिया'

कई हिंदी तथा भोजपुरी फिल्मों के चर्चित अभिनेता 'अनिल यादव' ने अभी हाल ही में निर्माता-निर्देशक - 'रमाकांत प्रसाद' की फिल्म'हिम्मतवाला' की दस दिवसीय शूटिंग समाप्त किया है. इस फिल्म के संगीतकार भी खुद रमाकांत प्रसाद ही हैं. फिल्म के मुख्य कलाकार विराज भट्ट, तनुश्री चटर्जी, शिरीन प्रवीण, मुकेश, सिद्धार्थ और बंदिनी मिश्रा है.  शिरीन प्रवीन इस फिल्म में साध्वी का किरदार निभा रही है जबकि अनिल यादव मुख्य खलनायक 'विधायक रूद्र प्रताप सिंह' की भूमिका में हैं जो हर वह कुकर्म करते रहते हैं जो आम इन्सान सोचकर ही घबरा जाता है.
 शीघ्र ही प्रदर्शित होने जा रही ए.सी. डिजिटल प्रा.लि. की फिल्म- 'कालिया' में भी वह गाँव भर में खौफ मचाते हुए नज़र आने वाले हैं. इस फिल्म में उनके साथ पिछले साल की सुपर-डुपर हिट फिल्म- 'रंगबाज़'  से चर्चा में आये रीयल रंगबाज़ 'हैदर काज़मी' दो-दो हाथ करते हुए नज़र आयेगे. निर्देशक- 'शिवराम यादव' निर्देशित इस फिल्म में नायक और खलनायक की कमेस्ट्री दर्शकों बहुत पसंद आने वाली है. मुख्य भूमिकाओं में - हैदर काज़मी तथा अक्षरा सिंह हैं. इस फिल्म का म्यूजिक पहले से हिट हो चुका है, जिसे 'नरजिस म्यूजिक' ने रिलीज किया है. और उम्मीद है कि फिल्म भी हिट होगी क्योंकि यह पूरी तरह से भारतीय फिल्म है, जिसे घर के सभी सदस्यों व बच्चों के साथ देखा जा सकता है.
 अनिल यादव अन्य शीघ्र ही प्रदशित होने वाली फिल्म- माई कईदा बेड़ा पार, परमवीर परशुराम (अवधी) तथा  अपदार्थो (बंगाली) हैं.

Wednesday, 15 August 2012

लागल बा करेजवा में आग''  का भव्य संगीतमय मुहूर्त

मुंबई के चार बँगला म्हाडा स्थिति 'ए.बी. स्टूडियो' में भोजपुरी फिल्म- ''लागल बा करेजवा में आग'' के भव्य संगीतमय मुहूर्त किया गया. ''श्री गणेश पिक्चर्स' के बैनर तले बनने जा रही इस फिल्म के निर्देशक ''संजय एस. श्रीवास्तव'' हैं. लेखक- ए.बी. मोहन, गीतकार -  अशोक सिन्हा, राजेश मिश्रा एवं प्रेम सागर हैं तथा सगीतकर - छोटे बाबा हैं. मुहूर्त गीत को  गायक 'अलोक कुमार' एवं गायिका 'खुशबू जैन' की आवाज़ में ध्वनिबद्ध किया गया. फिल्म का प्रचार-प्रसार ''अपना समाचार'' व्दारा किया जा रहा है.
मुख्य भूमिकाओं में - शुभम तिवारी, लीना हलदार, अमरीश सिंह, रीमा सिंह, धर्मेश मिश्रा, लावण्या बेथी, संतोष श्रीवास्तव, शत्रुघ्न सिंह, मोना काजी, मुकेश मालवीया, सुशील सिंह, चेतन बाबू, सनी बाबू, पंकज गिरी तथा बालेश्वर सिंह हैं.  
मुख्य अतिथियों में इन्द्रपाल सिंह (राष्ट्रवादी कांगेस पार्टी), शिव कुमार (उत्तर पश्चिम जिला अध्यक्ष), ए.बी. मुल्ला (उत्तर मुंबई जिला अध्यक्ष), जीतेन्द्र सिंह (जिला सचिव), धनजय सिंह, मिथिलेश अविनाश, बालकृष्ण सिंह, मनीष जैन, शाद कुमार, अजय झा, अनिल मेहता, संजय पाण्डेय, जय सिंह, मनोज द्विवेदी और धर्मेन्द्र सिंह इत्यादि मौजूद रहे. सभी गणमान्य जनों ने तथा फोन पर 'चुन्नू सिंगापुरी' ने शुभकामना दिया.

Wednesday, 25 July 2012

गुंजन पन्त मार-धाड़ के बाद अस्पताल में भर्ती

मन मोहिी, मृग नयनी, खूबसूरत बाला  तथा अभिनय कला में माहिर 'गुंजन पन्त'  इस साल की सबसे व्यस्त नायिका है. वह निरंतर भोजपुरी फिल्मों की शूटिंग में व्यस्त रहती हैं. और इसी व्यस्तता के चलते उन्हें मुंबई के 'कोकिलाबेन अस्पताल' में भर्ती भी होना पड़ा. यह कोई फ़िल्मी गाशिप नही, बल्कि हकीकत  है. उनके अस्पताल में भर्ती होने की मुख्य वजह लगातार  फिल्मों की शूटिंग करना है.हुआ  यूँ कि 'गुन्जन पंत' मई-जून के महीने में चिलचिलाती धूप  व कड़ाके की गर्मी के मौसम  में  फिल्म- 'लक्ष्मण रेखा'  की शूटिंग उत्तर प्रदेश की पावन नगरी 'बनारस' में  करने के बाद  मुंबई आकर यहाँ भी  फिल्मों की शूटिंग में व्यस्त हो गयी.  उसके बाद मुंबई के पनवेल स्थिति 'स्वप्न नगरी' सुर्वे फार्म  में फिल्म'कोठा' की शूटिंग करने लगीं. और इसी फिल्म के शूटिंग के ही दौरान वह गंभीर रूप से बीमार हो गयीं. फिल्म- 'कोठा' में गुंजन पन्त एक प्रेस रिपोर्टर की भूमिका निभा रही हैं तथा अभिनेता 'संजय पाण्डेय' मुख्य खलनायक हैं. कोठे पर त्रासदी की शिकार महिलाओं को न्याय दिलाने  हेतु  रिपोर्टर बनी गुंजन पन्त  को  संजय पाण्डेय  से मार धाड़ करने का सीन भी करना पड़ा था, जिसमे वह  खलनायक बने  'संजय पाण्डेय'  की खूब धुलाई भी  करती हैं. कड़ी मेहनत करके किरदार को जीवंत बनाने  हेतु  केबल फाईट तथा अन्य स्टंट सीन उन्होंने खुद ही करने का निर्णय लिया. हालांकि  इसके लिए  उन्होंने पहले से ही सारी बारीकियां भी सीख लिया था. 'कर्म को ही पूजा' समझने वाली  नायिका 'गुंजन पन्त'  यह कभी नहीं चाहती हैं कि उनकी वजह से किसी निर्माता का नुकसान हो. इसी कारण ख़राब होती तबियत की बिना परवाह किये पूरी शूटिंग करके ही  'गुंजन पन्त' ने मुंबई के 'कोकिलाबेन अस्पताल' में इलाज कराया. गौरतलब हो कि हिंदी फिल्म- 'हिरोईन' के सेट पर अभिनेत्री 'करीना कपूर' को भी  इसी तरह के हालात से गुजरना पड़ा था. इस बात से पता चलता है कि काम के प्रति ईमानदार कलाकार  बहुत  तकलीफ उठाते हुए भी किसी निर्माता का नुकसान नहीं होने देना चाहते  हैं. खबर लिखे जाने तक  'गुंजन पन्त' की तबियत में काफी सुधर हो चुका है और वह जल्दी ही फिर से लाईट... कैमरा... एक्शन... का सामना  करने लगेगी.

Wednesday, 18 July 2012

पंजाबी बाला रीतू सिंह का भोजपुरी प्रेम

चंडीगढ़ पंजाब की खूबसूरत बाला 'रीतू सिंह' अब भोजपुरी फिल्मों में भी पदार्पण कर रही हैं. लगभग 200 तक पंजाबी, भोजपुरी, हिंदी और हरियाणवी भाषा में बने वीडियो अल्बम में अभिनय व नृत्य का जलवा बिखेर चुकी हैं. इनके सभी वीडियो अल्बम को मशहूर म्यूजिक कम्पनी 'टी.सीरीज' द्वारा रिलीज किया गया था. जिसे सिनेप्रेमियों द्वारा बहुत पसंद किया गया था. चर्चित फिल्म 'कजरा मोहब्बत वाला' के निर्माता 'हरीश जैसवाल' की होम प्रोडक्शन 'पी.जे. फिल्म्स प्रोडक्शन' बैनर तले बनने जा रही आगामी फिल्म-''आईटम क्वीन'' से भोजपुरी फिल्म जगत में कैरियर शुरू कर रही हैं. जिसमे वह केन्द्रीय भूमिका में नज़र आने वाली है.
एक सवाल के ज़वाब में 'रीतू सिंह' ने कहा कि, 'निर्माता 'हरीश जैसवाल' को एक नए चेहरे की तलाश थी, उन्होंने मेरा वीडियो देखकर मुझसे संपर्क किया और मैंने तुरंत हाँ कह दिया. आज के तारीख में भोजपुरी सिनेमा ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सराही जा रही है, जोकि भोजपुरी भाषा की बहुत बड़ी उपलब्धि है. और यही वजह है कि मैंने भोजपुरी सनेमा के रुपहले परदे पर क़यामत ढाने हेतु कमर कस लिया है'.
वाकई यह भोजपुरी सिनेमा के लिए गर्व की बात है, जो भोजपुरी माटी के अलावा अन्य भाषा के लोग भी अपनी किस्मत अजमाने आ रहे हैं. अब देखने वाली बात यह है कि रीतू सिंह के सितारे कितने बुलंद होंगे. फिलहाल उनके उज्जवल भविष्य की हम कामना करते है. News by:- Apna News

Monday, 9 July 2012

उत्तर प्रदेश से 'लक्ष्मण रेखा' पार करके बिहार में 'धूम' मचाते हुए 'कोठा' पहुँची "गुंजन पन्त" 

नैनीताल की खूबसूरत बाला, मनमोहिनी काया की मल्लिका, भोजपुरी सिनेमा की स्टार नायिका 'गुंजन पन्त' व्यस्त नायिकाओं में की दौड़ में सबसे आगे हो गयी हैं. उनकी ऊँची छलांग की चर्चा सिने जगत में चहुँओर हो रही है. जी हाँ, इस साल उनके अभिनय से सजी कई फिल्में प्रदर्शित होने वाली हैं, वहीँ कई फिल्मों की लगातार शूटिंग में भी व्यस्त हैं.
 उत्तर प्रदेश की पावन तीर्थस्थली 'काशी' (बनारस) में मनोज गिरी निर्देशित फिल्म- 'लक्ष्मण रेखा' की शूटिंग करने के बाद ही बिहार में 'गुंजन पन्त' अभिनीत फिल्म 'धूम मचईला राजा जी'  का धूमधाम से प्रदर्शन हुआ. सिनेप्रेमियों को फिल्म तो पसंद तो आई ही साथ ही साथ उनके अभिनय एवं सुन्दरता की भी खूब सराहना हुई और सब वह 'बाबा का दलान इंटरटेनमेंट' बैनर तले निर्माणाधीन फिल्म-"कोठा" की शूटिंग मुंबई के  'स्वप्न नगरी' सुर्वेफ़ार्म, पनवेल में कर रही हैं. जिसके निर्देशक 'मनोज श्रीपति झा' हैं.
इस फिल्म में 'गुंजन पन्त' पहली बार 'न्यूज रिपोर्टर' की भूमिका में एक नए लुक में नज़र आएँगी. खबर हरदम पर मीडियाकर्मी किन-किन हालातों से गुजरकर पब्लिक तक पहुँचाते हैं, यह कड़वा सच भी वह प्रस्तुत करेंगी. 
एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि- "मैंने इस किरदार को जीवन्त बनाने हेतु 15 दिन तक फाईट व सारे स्टंट सीखा है, क्योंकि मुझे इस भूमिका में मोटर साईकल चलाना, जुर्म-अत्याचार के खिलाफ लड़ाई लड़ना तथा कोठे  पर रह रही महिलाओं पर हो रहे जुल्मों-सितम से उन्हें बचाना भी है. इस फिल्म में मेरे कई शेड्स हैं, जो मेरे लिए एक चैलेन्ज है मगर मैं जरा भी नर्वस नहीं हूँ क्योंकि सारी तैयारी मैंने पहले से कर लिया है". वाकई 'गुंजन पन्त' के इरादे बुलंद हैं.
फिल्म 'कोठा' की कहानी में यह दर्शाया गया है कि 'पुरुष समाज में जिन महिलाओं को सिर्फ मनोरंजन का साधन समझा जाता हैं, उनकी त्रासदी को उजागर किया गया है'. मुख्य भूमिकाओं में गुंजन पन्त के अलावा रिंकू घोष, मोनिका बत्रा, आनद मोहन, जय सिंह नीलिमा सिंह तथा संजय पाण्डेय और नवोदित पवन कुमार झा हैं

Thursday, 5 July 2012

मनोज पाण्डेय' (लेखक)  - मेरे लिए मेरा काम ही महत्त्वपूर्ण है, पैसा नह

फिल्म के निर्माण में निर्माता, निर्देशक, नायक, नायिका और खलनायक तथा टेक्नीशियन सहित पूरी टीम के अलावा सबसे अहम भूमिका लेखक की होती है. क्योंकि फिल्म की कथा पटकथा के आधार पर ही सिनेमा का निर्माण किया जाता है, और इन सारी ज़िम्मेदारी का निर्वहन रचनाकार व संवाद लेखक 'मनोज पाण्डेय' बाखूबी निभा रहे हैं. जी हाँ, कई हिंदी फिल्मों के सफल लेखक  'मनोज पाण्डेय' अब भोजपुरी सिनेमा में बतौर 'कथा-पटकथा' व 'संवाद'  लेखक के रूप में सक्रियहो गये हैं. उनका कहना है कि मेरे लिए काम ही महत्वपूर्ण है, रुपया-पैसा नहीं. धन तो जीविका का साधन है, मगर काम से पहचान बनती है. 
 उन्होंने भोजपुरी में सदाबहार सुपर स्टार 'रवि किशन' अभिनीत पहिली फिल्म- 'धमाल कईला राजा' लिखी हैं. उसके बाद 'द रीयल रंगबाज़ ऑफ़ भोजपुरी सिनेमा' के ख़िताब से सम्मानित 'हैदर काज़मी' अभिनीत  बहुचर्चित फिल्म- 'कालिया' के संवाद को उन्होंने लिखा है, जो शीघ्र ही प्रदर्शित होने वाली है. अब तक मनोज पाण्डेय ने 'विराज भट्ट' व  'अंजना सिंह' अभिनीत फिल्म-'मर्द टाँगे वाला',  रोहित सिंह व अंजना सिंह अभिनीत फिल्म- 'लाल दुपट्टा वाली',  अंजनी चतुर्वेदी व कोमल ढिल्लो अभिनीत फिल्म- 'बेनाम बादशाह', हैदर काज़मी व रितिका अभिनीत फिल्म- 'दीवानगी' तथा निर्माता-निर्देशक किरन कान्त की फिल्म- 'घमासान' इत्यादि फिल्मों का लेखन कार्य कर चुके हैं.
 इसके अलावा हिंदी फिल्म- खोटे सिक्के, दुल्हिन, डेंजरस फ्लावर, तेरी मेरी लव स्टोरी, जाना तूने जाना नहीं इत्यादि फिल्मों के भी  कथा-पटकथा एवं संवाद लिख चुके हैं