Thursday, 27 December 2012

मैं नये फिल्म निर्माताओं को हमेशा सहयोग करूँगा- ’विजय वर्मा’

गायक से नायक बने ’विजय वर्मा’ ने बिहार में हालिया प्रदर्शित फिल्म ’धड़केला तोहरे नावे करेजवा’  से सिनेप्रेमियों के बीच ’यंग्री यंग मैन’ के रूप में एक अलग छवि बनाने में कामयाब हो गये हैं। लगभग 8  विडियो अल्बम में अपनी मधुर आवाज से विजय वर्मा से सिनेप्रेमियों के दिल की धड़कन बनने के बाद एक सुखद संयोग ही कहा जा सकता है जब उन्हें सिनेमा के रूपहले परदे पर पदार्पण करने का सुनहरा अवसर निर्देशक ’दिनेश यादव’ ने प्रदान किया तथा  पहली ही फिल्म से स्टार नायक बन गये। और बने भी क्यों ना....? क्योंकि  पहली ही फिल्म में उनकी नायिका सुपर स्टार ’रानी चटर्जी’ जो थी। जिन्होंने पूरी फिल्म में उनका भरपूर सहयोग तो किया ही साथ ही निरंतर आत्मविश्वास भी बढाती रही हैं। आइये उनसे एक खास मुलाकात के प्रमुख अंश पर दृष्टि डालते हैं।
सवाल- सबसे पहले विजय जी हम आपको सफल फिल्म का सफल नायक बनने के लिए मुबारकबाद देते हैं।
विजय वर्मा- बहुत बहुत धन्यवाद आपको और साथ ही हमारे सभी सिनेप्रेमियों को भी, जिन्होंने मुझे इस मुकाम पर खड़ा किया, अपना प्यार एवं आशीर्वाद दिया और मेरा सपना साकार होने में मदद किया।
सवाल- बहुत अच्छी बात है विजय वर्मा जी, जो अपनी सफलता का सारा श्रेय सिनेप्रेमियों को दे रहे हैं।
विजय वर्मा-  जी हाँ, हमारे दर्शक ही हम कलाकारों के भगवान होते हैं। वे ही हमें स्टार और हमारी फिल्मों को हिट बनाते हैं। मैं दर्शकों का ताउम्र आभारी रहूँगा और मैं उम्मीद करता हूँ कि दर्शकगण  मेरी इस पहली फिल्मकी तरह मेरी हर अच्छी फिल्म को सफल बनाते रहेंगे। साथ ही डॉक्टर सुनील सिंह जी का भी बहुत आभारी हूँ, जिन्होंने अच्छे वितरक होने के नाते फिल्म को रिलीज किया।
सवाल- विजय जी, सबसे पहले हम  आपसे जानना चाहते हैं आपके गायक से नायक बनने के सफर के बारे में?
विजय वर्मा- सुपर गोल्ड म्यूजिक कम्पनी के लिए मैं लगभग 8 विडियो अल्बम में गीत  गा  चुका हूँ। एक दिन संयोग से मेरी मुलाकात फिल्म निर्देशक ’दिनेश यादव’ से हो गयी। उन्हें एक नये चेहरे की तलाश थी, उन्होंने मुझे फिल्म की कहानी सुनाई और मैंने फौरन बिना कुछ सोच विचार के हाँ कह दी। क्योंकि मुझे कहनी बेहद पसंद आ गई एवं साथ ही सुपर स्टार हेरोइन ’रानी चटर्जी’ के साथ स्क्रीन शेयर करने का मौका भी मिल रहा था। आज जब फिल्म सफलता का परचम लहरा रही है और दर्शकों को मेरा काम पसंद आ रहा है तो मुझे खुशी हो रही है कि मेरा फैसला एकदम सही था।
सवाल- रानी चटर्जी के साथ जब पहली बार आपने पाहला सीन ओके किया तो उसके पहले आप कितना नर्वस थे?
विजय वर्मा- मैं नर्वस तो नहीं था मगर हाँ, यह जरूर सोचता था कि वे एक सुपर स्टार हैं और मैं एकदम नया। परन्तु रानी चटर्जी  जी  एक सच्ची  कलाकार हैं, वह हमेशा मेरा हौसला अफजाई करती रहती थी तथा दोस्ती भरा माहौल बनाकर हर सीन में सहयोग करती थी। वाकई  रानीजी दिल की रानी हैं, उनकी नजर में कोई कलाकार छोटा या बड़ा नहीं होता है। भगवान उन्हें हमेशा उच्च शिखर पर विराजमान रखें।
सवाल- एक अहम सवाल?
विजय वर्मा- जी पूछिए।
सवाल- अब आप भी एक स्टार नायक बन गये है, तो नये फिल्म निर्माताओं को आप कितना सहयोग करेंगे?
विजय वर्मा - सफल निर्माताओं के साथ ही साथ मैं नये निर्माताओं को भी बहुत सहयोग करूँगा जहां तक बन पड़ेगा मैं उन्हें नुकसान होने से बचाने का  पूरा प्रयास करूंगा। क्योंकि जब एक निर्माता फिल्म बनाता  है तो कम से कम  100 घर का रसोईघर चलता है। मगर उसी पालनहार को लोग निचोड़ लेते हैं, फिल्म का बजट 50 लाख से 1 करोड़ तक पहुँच  जाता है और कमाई नही हो पाती है तो उसके दिल से जो हाय निकलती उसके बारे में कोई नहीं सोचता है। इसलिए मैं हर फिल्म साइन करते समय पहले अपने निर्माता के बारे में सोचूंगा फिर अपने बारे में।
सवाल- नये फिल्म निर्माताओं से क्या कहना चाहते हैं आप ?
विजय वर्मा- उनसे सिर्फ इतना ही कहना चाहता हूँ कि जब भी उनके पास 40 - 50 लाख रूपये आ जाये तो जोश में होश न खोएं। सोच समझकर फिल्म निर्माण के क्षेत्र में आयें। वह फिल्म निर्माण सम्बन्धी हर पहलू पर ध्यान देकर अच्छी कहानी , उम्दा गीत- संगीत एवं अच्छे टेक्नीशियन  के साथ फिल्म बनाएं। किसी के बहकावे न आकर भोजपुरी की अच्छी छवि को ध्यान में रखकर पूरे परिवार के साथ देखने  लायक फिल्म बनाएं। अच्छी टीम वर्क  के साथ काम करेंगे तो उन्हें सफलता जरूर मिलेगी।
सवाल- बहुत ही अच्छे विचार हैं आपके विजयजी। अंत में हमारे पाठकों से क्या कहना चाहेंगे?
विजय वर्मा- एक बार फिर मैं सभी दर्शको एवं पाठकों बहुत-बहुत धन्यवाद देना चाहता हूँ, कि आप सबकी वजह से ही आज मैं सफल नायक बनने में  सफल हो सका, इसके लिए मैं आप सबका सदा आभारी रहूँगा। ऐसे हमेशा अपना प्यार आशीर्वाद बनाये रखें और मेरी आने वाली हर फिल्म को सफल बनाते रहें। धन्यवाद।
 

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