फिल्म की कथा
पटकथा के आधार पर ही सिनेमा का निर्माण किया जाता है, और इन सारी ज़िम्मेदारी
का निर्वहन रचनाकार व संवाद लेखक 'मनोज
पाण्डेय'बाखूबी निभा रहे हैं. जी हाँ, कई हिंदी फिल्मों के सफल लेखक 'मनोज
पाण्डेय' अब भोजपुरी सिनेमा में बतौर 'कथा-पटकथा' व 'संवाद' लेखक के रूप
में सक्रियहो गये हैं. उनका कहना है कि मेरे लिए काम ही महत्वपूर्ण है,
रुपया-पैसा नहीं. धन तो जीविका का साधन है, मगर काम से पहचान बनती है.
शीघ्र
प्रदर्शित होने जा रही भोजपुरी फिल्म ''मर्द
तांगेवाला'' का पटकथा
एवं संवाद ''मनोज
पाण्डेय'' ने लिखा
है. 'पूर्वा प्रतीक' बैनर तले निर्माणाधीन इस फिल्म के निर्माता 'सूर्या'
हैं जबकि निर्देशन एवं कथा 'बाली' का है. यह फिल्म शीघ्र ही सिनेप्रेमियों
के बीच में होगी.
बहुमुखी प्रतिभा
के धनी लेखक 'मनोज पाण्डेय' ने इस फिल्म के संवाद लेखन में खाटी भोजपुरिया लुक
देने की भरपूर कोशिश किया है. आज जब फिल्म बनकर प्रदर्शन हेतु तैयार है तो हर
कोई मनोज पाण्डेय की तारीफ कर रहा है.
बतौर लेखक उनकी
आने भोजपुरी फिल्में- लाल दुपट्टा वाली, घमासान, जीत गईल पिरितिया हमार तथा
दीवानगी है. साथ ही हिंदी फिल्म- डेजर्ट फ्लावर, इश्क रिश्क, 'जाना तूने जाना
नहीं' एवं 'तेरी मेरी लव स्टोरी इत्यादि है.
No comments:
Post a Comment