हाल ही मुंबई के m4u
स्टूडियो में
भोजपुरी सिने जगत का पहला भव्य मुहूर्त में एक साथ 5 फिल्मों के निर्माण की घोषणा 'चुन्नू
सिंगापुरी प्रोडक्शन' ने
किया. इन पाँचों फिल्मों में भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के नामचीन चेहरों के अलावा
नए कलाकरों को भी ब्रेक दिया जा रहा है. यह बहुत बड़ी बात है. जी हाँ, इसी कड़ी में
एक नाम और शामिल हुआ है 'भाविका
देसाई'
का. जो इस प्रोडक्शन की एक नहीं, दो नही बल्कि एक साथ चार फिल्मों में बतौर नायिका 'चुन्नू
सिंगापुरी' के
साथ स्क्रीन शेयर करेंगी.
गुजरात में जन्मी तथा उत्तर प्रदेश के पावन तीर्थ स्थल, बाबा काशी विश्वनाथ की नगरी बनारस में पली-बढ़ी 'भाविका देसाई' बनारस में सफल गायिका के रूप में चर्चित हैं. उनको ठीक से याद भी नहीं है कि उन्होंने बचपन में ही कब से गीत गाना शुरू किया था. घर परिवार में छोटे - बड़े फंक्शन में तोतली आवाज़ (जब उम्र दो- तीन साल की थीं) में गीत गाते-गाते स्कूल से कालेज तक के सास्कृतिक कार्यक्रम में हमेशा उन्होंने अपने अलग छाप छोड़ी है. एवं बनारस के 'गंगा महोत्सव' व अन्य बड़े स्टेज पर 'मनोज तिवारी' जैसे सुपर स्टार गायक के साथ भी अपनी मधुर आवाज़ से श्रोताओं को मंत्र मुग्ध करती रही हैं.
मगर उनका पहला प्यार है अभिनय होने की वजह से एक शो के दौरान मुंबई आने पर जी.टी.वी. के मेगा धारावाहिक 'झाँसी की रानी' में अभिनय करने का मौका मिला. और संयोग से दक्षिण भारत दो फिल्मों (सिन्दूरा तथा अम्मा गुडी) में भी अभिनय कला के प्रदर्शन का अवसर प्राप्त हुआ. लेकिन भोजपुरी भाषा प्रेम के कारण हमेशा भोजपुरी फिल्मों में अभिनय करने की तमन्ना थी और अब यह ख्वाब भी पूरा हो गया.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि 'भोजपुरी भाषा बहुत ही मीठी है, इसे बोलना व सुनना मुझे बड़ा अच्छा लगता है. मै 'चुन्नू सिगापुरीजी' के बहुत आभारी हूँ, जिन्होंने मेरा सपना साकार कर दिया. उनकी नायिका बनकर मैं बहुत खुश हूँ'. भाविका देसाई एक साथ 'चुन्नू सिंगापुरी प्रोडक्शन' चार फिल्मों ( विदेशी बाबू के देसी ठुमका, कुलटा, लागल रहा ए मामाजी तथा टपोरी चुन्नू पाण्डे ) में बतौर नायिका नज़र आने वाली हैं.
गुजरात में जन्मी तथा उत्तर प्रदेश के पावन तीर्थ स्थल, बाबा काशी विश्वनाथ की नगरी बनारस में पली-बढ़ी 'भाविका देसाई' बनारस में सफल गायिका के रूप में चर्चित हैं. उनको ठीक से याद भी नहीं है कि उन्होंने बचपन में ही कब से गीत गाना शुरू किया था. घर परिवार में छोटे - बड़े फंक्शन में तोतली आवाज़ (जब उम्र दो- तीन साल की थीं) में गीत गाते-गाते स्कूल से कालेज तक के सास्कृतिक कार्यक्रम में हमेशा उन्होंने अपने अलग छाप छोड़ी है. एवं बनारस के 'गंगा महोत्सव' व अन्य बड़े स्टेज पर 'मनोज तिवारी' जैसे सुपर स्टार गायक के साथ भी अपनी मधुर आवाज़ से श्रोताओं को मंत्र मुग्ध करती रही हैं.
मगर उनका पहला प्यार है अभिनय होने की वजह से एक शो के दौरान मुंबई आने पर जी.टी.वी. के मेगा धारावाहिक 'झाँसी की रानी' में अभिनय करने का मौका मिला. और संयोग से दक्षिण भारत दो फिल्मों (सिन्दूरा तथा अम्मा गुडी) में भी अभिनय कला के प्रदर्शन का अवसर प्राप्त हुआ. लेकिन भोजपुरी भाषा प्रेम के कारण हमेशा भोजपुरी फिल्मों में अभिनय करने की तमन्ना थी और अब यह ख्वाब भी पूरा हो गया.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि 'भोजपुरी भाषा बहुत ही मीठी है, इसे बोलना व सुनना मुझे बड़ा अच्छा लगता है. मै 'चुन्नू सिगापुरीजी' के बहुत आभारी हूँ, जिन्होंने मेरा सपना साकार कर दिया. उनकी नायिका बनकर मैं बहुत खुश हूँ'. भाविका देसाई एक साथ 'चुन्नू सिंगापुरी प्रोडक्शन' चार फिल्मों ( विदेशी बाबू के देसी ठुमका, कुलटा, लागल रहा ए मामाजी तथा टपोरी चुन्नू पाण्डे ) में बतौर नायिका नज़र आने वाली हैं.
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