Thursday, 21 June 2012

चुन्नू सिंगापुरी' 5 फिल्मों के नायक

कहा जाता है कि  'इस संसार में कोई भी इन्सान जन्म से ना तो विद्वान  होता है और ना ही बुद्धिमान. मनुष्य कड़ी मेहनत और सच्ची लगन से अपने कार्य को इतना अधिक ऊँचा उठा लेता है कि उसे समाज में मान सम्मान और ख्याति तो मिलती ही है, साथ ही वे लोगो के लिए प्रेरक बन जाते हैं' 
जी हाँ, यह सूक्ति बहुमुखी प्रतिभा के धनी 'चुन्नू सिगापुरी' के स्वाभाव व कार्य शैली के ऊपर सटीक  बैठती  है. सिंगापुर में पले-बढे बीस भाषाओँ के ज्ञाता 'चुन्नू सिंगापुरी' का पैतृक गाँव 'देवरिया', उत्तर प्रदेश होने की वजह से जब भी मौका मिलता गाँव  के रस्मों - रिवाज़ को जानने समझने हेतु भोजपुरिया माटी की गोद में आते रहे हैं. यही वजह है कि आज भोजपुरी की हर परम्परा को आत्मसात किये हुए हैं. आलम यह है कि सिंगापुर स्थिति 'राधाकृष्ण मंदिर'  में हर रविवार के दिन पूरे भोजपुरी समाज के बीच में अपनी मण्डली के साथ भोजपुरी के सारे पारंपरिक गीत एवं नृत्य प्रस्तुत करते रहते हैं जिसमें 'अहिराउआ, कोहराउआ, धोबियऊ , गोडऊ, तथा पसियाउआ'  इत्यादि नृत्य   का खास प्रस्तुतिकरण किया करते हैं. उनकी पाँच फिल्मों में प्रमुख 'श्यामचरण यादव' द्वारा निर्देशित फिल्म 'विदेशी बाबू के देसी ठुमका'  में इन सभी गुणों को बेहतरीन तरीके से दर्शकों के सामने प्रस्तुत किया जायेगा.
हाल ही में मुंबई के M4U स्टूडियो में 'चुन्नू सिंगापुरी प्रोडक्शन हाउस' के बैनर तले  एक साथ पाँच फिल्मों का भव्य मुहूर्त किया गया. इस शुभ अवसर पर भोजपुरी सिने इंडस्ट्री से जुड़े बहुत से गणमान्य जन उपस्थित  रहे.  इन पाँच (विदेशी बाबू के देसी ठुमका, जियत रहनी तोहरे खातिर, टपोरी चुन्नू पांडे, लागल रहा ए मामाजी तथा कुलटा ) फिल्मों के नायक 'चुन्नू सिंगापुरी' हैं. और उनकी नायिका हैं- राखी त्रिपाठी, नेहा श्री सिंह, भाविका देसाई, प्रेरणा सुषमा, पूजा सिंह, लवी श्रीवास्तव, अनामिका सिंह एवं अन्य नायिकाओं का चयन जारी है.
 
इन पाँच फिल्मों में से तीन फिल्म- 'जियत रहनी तोहरे खातिर, टपोरी चुन्नू पांडे तथा कुलटा' के संगीतकार हैं 'छोटे बाबा' और गीतकार 'अशोक सिन्हा' हैं.

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