Monday, 31 December 2012

दामिनी रेप काण्ड के अपराधियों की सज़ा में देरी क्यों.? के विरोध में कानपुर में आज  कैंडल मार्च कर रही हैं- सुप्रेरणा सिंह 


भोजपुरी, हिंदी तथा दक्षिण भारत की फिल्मों की सफल अभिनेत्री ''सुप्रेरणा सिंह'' ने आज उत्तर प्रदेश के जिला- कानपुर के राजीव वाटिका, मोती झील में आज 3:30pm को दामिनी रेप काण्ड के अपराधियों की सज़ा में देरी क्यों ...?के विरोध में  कैंडल मार्च कर रही हैं। 
यह कैंडल मार्च कानपुर के राजीव वाटिका से अमर जवान चौक तक किया जा रहा है। एक सवाल के  जवाब में ''सुप्रेरणा सिंह'' कहा कि  ''इस रेप काण्ड के अपराधी को नाबालिग कहकर सजा सुनाने पर विचार किया जा रहा है, ऐसा क्यो ...? क्या जो  नाबालिग यह बड़ा काण्ड कर सकता है, उसके दुष्कर्म से किसी बेक़सूर की जान जा सकती है, तो उसे सज़ा क्यों नहीं दिया जा सकता ...? क्या दिवंगत दामिनी की आत्मा को शांति मिल सकेगी ...?  यह कैंडल मार्च समाज सेवक- मोहित शुक्ला के मार्गदर्शन में किया जा रहा है। मोहित शुक्ला ने बताया कि " हम लोग दामिनी की श्रद्धांजलि देते हुए सर पर काली बाँधकर विरोध जताया जा रहा है। वह लड़का जिसे नाबालिग कहकर सज़ा नहीं देने की बात हो रही  है, अगर वह रेप कर सकता है, तो फांसी की सज़ा क्यों नहीं दिया जा सकता है?

Thursday, 27 December 2012

मैं नये फिल्म निर्माताओं को हमेशा सहयोग करूँगा- ’विजय वर्मा’

गायक से नायक बने ’विजय वर्मा’ ने बिहार में हालिया प्रदर्शित फिल्म ’धड़केला तोहरे नावे करेजवा’  से सिनेप्रेमियों के बीच ’यंग्री यंग मैन’ के रूप में एक अलग छवि बनाने में कामयाब हो गये हैं। लगभग 8  विडियो अल्बम में अपनी मधुर आवाज से विजय वर्मा से सिनेप्रेमियों के दिल की धड़कन बनने के बाद एक सुखद संयोग ही कहा जा सकता है जब उन्हें सिनेमा के रूपहले परदे पर पदार्पण करने का सुनहरा अवसर निर्देशक ’दिनेश यादव’ ने प्रदान किया तथा  पहली ही फिल्म से स्टार नायक बन गये। और बने भी क्यों ना....? क्योंकि  पहली ही फिल्म में उनकी नायिका सुपर स्टार ’रानी चटर्जी’ जो थी। जिन्होंने पूरी फिल्म में उनका भरपूर सहयोग तो किया ही साथ ही निरंतर आत्मविश्वास भी बढाती रही हैं। आइये उनसे एक खास मुलाकात के प्रमुख अंश पर दृष्टि डालते हैं।
सवाल- सबसे पहले विजय जी हम आपको सफल फिल्म का सफल नायक बनने के लिए मुबारकबाद देते हैं।
विजय वर्मा- बहुत बहुत धन्यवाद आपको और साथ ही हमारे सभी सिनेप्रेमियों को भी, जिन्होंने मुझे इस मुकाम पर खड़ा किया, अपना प्यार एवं आशीर्वाद दिया और मेरा सपना साकार होने में मदद किया।
सवाल- बहुत अच्छी बात है विजय वर्मा जी, जो अपनी सफलता का सारा श्रेय सिनेप्रेमियों को दे रहे हैं।
विजय वर्मा-  जी हाँ, हमारे दर्शक ही हम कलाकारों के भगवान होते हैं। वे ही हमें स्टार और हमारी फिल्मों को हिट बनाते हैं। मैं दर्शकों का ताउम्र आभारी रहूँगा और मैं उम्मीद करता हूँ कि दर्शकगण  मेरी इस पहली फिल्मकी तरह मेरी हर अच्छी फिल्म को सफल बनाते रहेंगे। साथ ही डॉक्टर सुनील सिंह जी का भी बहुत आभारी हूँ, जिन्होंने अच्छे वितरक होने के नाते फिल्म को रिलीज किया।
सवाल- विजय जी, सबसे पहले हम  आपसे जानना चाहते हैं आपके गायक से नायक बनने के सफर के बारे में?
विजय वर्मा- सुपर गोल्ड म्यूजिक कम्पनी के लिए मैं लगभग 8 विडियो अल्बम में गीत  गा  चुका हूँ। एक दिन संयोग से मेरी मुलाकात फिल्म निर्देशक ’दिनेश यादव’ से हो गयी। उन्हें एक नये चेहरे की तलाश थी, उन्होंने मुझे फिल्म की कहानी सुनाई और मैंने फौरन बिना कुछ सोच विचार के हाँ कह दी। क्योंकि मुझे कहनी बेहद पसंद आ गई एवं साथ ही सुपर स्टार हेरोइन ’रानी चटर्जी’ के साथ स्क्रीन शेयर करने का मौका भी मिल रहा था। आज जब फिल्म सफलता का परचम लहरा रही है और दर्शकों को मेरा काम पसंद आ रहा है तो मुझे खुशी हो रही है कि मेरा फैसला एकदम सही था।
सवाल- रानी चटर्जी के साथ जब पहली बार आपने पाहला सीन ओके किया तो उसके पहले आप कितना नर्वस थे?
विजय वर्मा- मैं नर्वस तो नहीं था मगर हाँ, यह जरूर सोचता था कि वे एक सुपर स्टार हैं और मैं एकदम नया। परन्तु रानी चटर्जी  जी  एक सच्ची  कलाकार हैं, वह हमेशा मेरा हौसला अफजाई करती रहती थी तथा दोस्ती भरा माहौल बनाकर हर सीन में सहयोग करती थी। वाकई  रानीजी दिल की रानी हैं, उनकी नजर में कोई कलाकार छोटा या बड़ा नहीं होता है। भगवान उन्हें हमेशा उच्च शिखर पर विराजमान रखें।
सवाल- एक अहम सवाल?
विजय वर्मा- जी पूछिए।
सवाल- अब आप भी एक स्टार नायक बन गये है, तो नये फिल्म निर्माताओं को आप कितना सहयोग करेंगे?
विजय वर्मा - सफल निर्माताओं के साथ ही साथ मैं नये निर्माताओं को भी बहुत सहयोग करूँगा जहां तक बन पड़ेगा मैं उन्हें नुकसान होने से बचाने का  पूरा प्रयास करूंगा। क्योंकि जब एक निर्माता फिल्म बनाता  है तो कम से कम  100 घर का रसोईघर चलता है। मगर उसी पालनहार को लोग निचोड़ लेते हैं, फिल्म का बजट 50 लाख से 1 करोड़ तक पहुँच  जाता है और कमाई नही हो पाती है तो उसके दिल से जो हाय निकलती उसके बारे में कोई नहीं सोचता है। इसलिए मैं हर फिल्म साइन करते समय पहले अपने निर्माता के बारे में सोचूंगा फिर अपने बारे में।
सवाल- नये फिल्म निर्माताओं से क्या कहना चाहते हैं आप ?
विजय वर्मा- उनसे सिर्फ इतना ही कहना चाहता हूँ कि जब भी उनके पास 40 - 50 लाख रूपये आ जाये तो जोश में होश न खोएं। सोच समझकर फिल्म निर्माण के क्षेत्र में आयें। वह फिल्म निर्माण सम्बन्धी हर पहलू पर ध्यान देकर अच्छी कहानी , उम्दा गीत- संगीत एवं अच्छे टेक्नीशियन  के साथ फिल्म बनाएं। किसी के बहकावे न आकर भोजपुरी की अच्छी छवि को ध्यान में रखकर पूरे परिवार के साथ देखने  लायक फिल्म बनाएं। अच्छी टीम वर्क  के साथ काम करेंगे तो उन्हें सफलता जरूर मिलेगी।
सवाल- बहुत ही अच्छे विचार हैं आपके विजयजी। अंत में हमारे पाठकों से क्या कहना चाहेंगे?
विजय वर्मा- एक बार फिर मैं सभी दर्शको एवं पाठकों बहुत-बहुत धन्यवाद देना चाहता हूँ, कि आप सबकी वजह से ही आज मैं सफल नायक बनने में  सफल हो सका, इसके लिए मैं आप सबका सदा आभारी रहूँगा। ऐसे हमेशा अपना प्यार आशीर्वाद बनाये रखें और मेरी आने वाली हर फिल्म को सफल बनाते रहें। धन्यवाद।
 

एक लैला तीन छैला" के टाईटल गीत की शूटिंग गोवा में 

आर. एम. फिल्म्स प्रा.लि.' के बैनर तले बनाई जा रही निर्माता 'मुकेश सोनी' की  पहली भोजपुरी फिल्म 'एक लैला तीन छैला' के टाईटल गीत की शूटिंग जनवरी माह में गोवा की जा रही है। इस  गीत को भोजपुरी सिनेमा की सुपर स्टार नायिका *रानी चटर्जी* पर फिल्माया जायेगा। इसके अलावा पूरी फिल्म की शूटिंग मुंबई के फिल्मसिटी, मढ़ तथा पालघर इत्यादि  खूबसूरत स्थलों पर    एक शेड्यूल में पूरी कर ली जाएगी। 
एक सवाल के जवाब में मुकेश सोनी ने बताया कि **खर्चीले सेट पर गानों की शूटिंग करना और महँगी फिल्म बनाने का मेरा मुख्य उद्देश्य यही है कि भोजपुरी फिल्में भी तकनीकी रूप से मज़बूत बने तथा हाई प्रोफाईल के लोग भी भोजपुरी फिल्म देखना शुरू करें। रही बात फायदे की तो  मैं नफा नुकसान के लिए फिल्म नही बना रहा हूँ बल्कि जो  लोग भोजपुरी सिनेमा को हेय दृष्टि से देखते हैं उनकी सोच बदलने के लिए ''एक लैला तीन छैला'' का निर्माण कर रहा हूँ, और इसके लिए मैंने *वी एफ  एक्स* का पूरा सेटअप एडिटिंग के साथ लगवाया है, ताकि फिल्म तकनीकी रूप से अच्छी बन सके। अपनी होम प्रोडक्शन फिल्म के अलावा दूसरे बैनर की भोजपुरी फिल्मों के लिए कम खर्च में कार्य करना चाहता हूँ।
इस फिल्म के निर्माता 'मुकेश सोनी' तथा निर्देशक - 'शाद कुमार' हैं. लेखक - लालजी यादव, कार्यकारी निर्माता- अतिन दूबे, छायांकन गौरांग सहा, डांस निर्देशक- कानू मुखर्जी, संगीत- छोटे बाबा तथा गीतकार - अशोक सिन्हा, फणीन्द्र राव, प्रेम सागर तथा जीतेन्द्र मिर्जापुरी हैं. कला - मुकेश सिने आर्ट इंटरप्राईजेज प्रा.लि. तथा  निर्माण प्रबंधक - अब्दुल सिददकी एवं रंगलाल निषाद  है. मुख्य कलाकार - रानी चटर्जी, धर्मेश मिश्रा, बालेश्वर सिन्ह, राजू श्रेष्ठ, पुष्पा वर्मा, मेहनाज सराफ तथा संजय पाण्डेय है वही आईटम डांस - सीमा सिंह कर रही है.

खलनायक बनकर मज़ा आ रहा है- समर्थ चतुर्वेदी 

धन्यवाद उन निर्माता - निर्देशक का जिन्होंने मुझे नायक व खलनायक के  नजरिये से दूर रखते हुए एक सफल कलाकार के रूप के में देखते है  और मुझे अपनी फिल्मों में सशक्त भूमिका के लिए चयन करते हैं।* यह कहना है चर्चित अभिनेता *समर्थ चतुर्वेदी* का, जिन्होंने *बलमा बड़ा नादान* से बतौर नायक अपनी फ़िल्मी कैरियर की शुरुआत किया था। कई सफल फिल्मों के नायक रह चुके *समर्थ चतुर्वेदी* ने पिछले साल सुपर हिट रही फिल्म *त्रिनेत्र* से बतौर खलनायक अपनी दूसरी पारी शुरू किया और आज की तारीख में वह लगातार हिंदी व भोजपुरी फिल्मों की शूटिंग में हमेशा व्यस्त रहते हैं।
निर्माता- पवन कुमार तथा निर्देशक- अजीत  श्रीवास्तव की फिल्म- *बीबी नम्बर वन* की शूटिंग पूरी की है जिसमे केन्द्रीय भूमिका में दिनेश लाल यादव एवं मोनालिसा हैं। इसके अलावा निरहुआ इंटरटेनमेंट प्रा.लि. की फिल्म- *टाईगर* की शूटिंग हैदराबाद के रामोजी राव स्टूडियो में संपन्न किया है। जिसके निर्देशक - सुब्बा राव जी हैं।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि *दक्षिण भारतीय फिल्मों का अपना अलग ही मजा है। मुझे बहुत सीखने को मिला।  कार्य के प्रति समर्पण, लीक से हटकर कार्य प्रणाली वाकई अच्छा अनुभव रहा। अगर मौका मिला तो आगे भी फिर उनके साथ काम  करूँगा।*
समर्थ चतुर्वेदी की हिंदी फिल्म- *ज़िन्दगी जलेबी* शीघ्र ही प्रदर्शित होने वाली है, जिसमे सब थियेटर के कलाकार हैं। तथा भोजपुरी फिल्में - कंचन तन तुलसी मन गंगा, हवा में उड़ता जाय लाल दुपट्टा मलमल का, बीबी नम्बर वन तथा टाईगर इत्यादि हैं।

धर्मेश मिश्रा बने यादव जी

आम इन्सान की तरह फ़िल्मी कलाकार भी दिल के हाथों मजबूर हो जाते हैं। और मजबूर भी इस कदर कि वे क्या से क्या बन जाते हैं। ऐसा ही कुछ हाल है पिछले साल की  सफल फिल्म *त्रिनेत्र* से बतौर हीरो अपनी पहचान बना चुके *धर्मेश मिश्रा* का, जो अपनी अपनी जान से भी बढ़कर अपनी महबूबा को चाहते हैं। जी हाँ, इसी चाहत की वजह से मिश्रा जी से  वह *यादव जी*  बन गये हैं, और तो और वे अपनी मोहब्बत का एलान बिहार के भागलपुर, नौगछिया में पूरे गाँव में कर चुके हैं।
अब आप लोग को  ज्यादा सोचने  की जरूरत नही है। यह सारा माज़रा पूरी तरह से फ़िल्मी है। पिछले दिनों बिहार के भागलपुर, नौगछिया में पूरे भोजपुरिया परिवेश में कोसी गंगा फिल्म्स के बैनर तले निर्माणाधीन फिल्म - *यादव जी* की शूटिंग पूरी कर ली गयी है। जुर्म के खिलाफ क्रन्तिकारी आवाज उठाने वाले *यादव जी* नामक एक नौजवान की कहानी है, जिसमे केन्द्रीय भूमिका *धर्मेन्द्र मिश्रा*  निभा रहे हैं और उनकी प्रेमिका का किरदार निभा रही हैं कई फिल्मों की मुख्य नायिका *फलक*।   निर्माता- प्रशांत राज व सह निर्माता- नरेन्द्र गुलशन की इस फिल्म के निर्देशन की बागडोर *संजय संजय एस. श्रीवास्तव* ने सँभाली है। फ़िल्म का संगीत बनाया है गणेश पाण्डेय ने तथा सभी गीतों को लिखा है- पंकज प्रियदर्शनी ने। 
मुख्य भूमिकाओं में- धर्मेश मिश्रा, फलक, दिलीप आनन्द, अर्पिता माली, सी.पी. भट्ट, बंटी  देवगन, त्रिभुवन  कुमार,  बबन कुमार  तथा बालेश्वर सिंह हैं 

प्यार का मसीहा बन गये  हैं - बालेश्वर सिंह

हर प्रकार के किरदार को जीवंत कर देने वाले अभिनेता ’बालेश्वर सिंह’ आजकल प्यार का पाठ पढ़ाते हुए प्रेम का मसीहा बन गये हैं। जी हाँ, आनन्द मिडिया - इंटरटेनमेंट के बैनर तले निर्माणाधीन फिल्म- ’मेरे साजन तेरे कारन’ में हरफन मौला कलाकार  ’बालेश्वर सिंह’  एन्टी हीरो की भूमिका निभा रहे हैं। जिसमे वह उन दो बिछड़े हुए प्रेमियों को मिलाने के लिए अपनी जान की बाजी लगा देते हैं, जिसे प्यार के दुश्मनों ने हमेशा के लिए अलग कर दिया है।  इस फिल्म के निर्देशक राजीव राय हैं, जिनके  निर्देशन में एक उम्दा फिल्म बन रही है। जिसकी शूटिंग जोर-शोर से हो रही है। संगीतकार  ’के रत्नेश मिश्रा’  का संगीत भी बहुत कर्णप्रिय बन चुका है साथ ही  छायांकन- पवन गुप्ता, मार धाड़- किंदर पाजी, नृत्य निर्देशक- केदार मास्टर का है। मुख्य भूमिकाओं में- रविराज दीपू, अपूर्वा बिट, बालेश्वर सिंह, मनोज टाईगर, गोपाल राय, बंदिनी मिश्रा तथा अवधेश मिश्रा हैं एवं आईटम गीत पर सीमा सिंह नृत्य का  है।  
इसके अलावा एस  के फिल्म्स (चेन्नई) के  बैनर तले बनने जा रही फिल्म - ’गरदा’ में बतौर खलनायक नजर आयेंगे। इस फिल्म के निर्माता- श्रवण कुमार  तथा  निर्देशक - पराग पाटिल और कार्यकारी निर्माता- रमेश चन्द्र शर्मा हैं। लेखक- पराग पाटिल  एवं  पंकज कनौजिया हैं।
बालेश्वर सिंह की अन्य आने वाली फिल्में- गरदा,  एक लैला तीन छैला, चुन्नू बाबू सिंगापुरी, यादवजी, हम मस्ताने, तिलक तराजू और तलवार, गरदा उड़ा  देब तथा लाडली इत्यदि हैं।

आर. एस. तिवारी का दिल हो गईल कुर्बान


कहते हैं कि *होनहार बीरवान के होत  चिकने पात* यह कहावत चरितार्थ होती है सफल  व्यवसायी, फिल्म निर्माता तथा अभिनेता *आर. एस   तिवारी*  पर, जिन्होंने कम उम्र में ही पूरे राजस्थान तथा गुजरात में अपना व्यवसाय  फैला रखा है। जी हाँ, महज 26 वर्ष की उम्र में एक बड़ा व्यवसायिक स्तम्भ खड़ा कर लेना अपने आप में बहुत बड़ी उपलब्धि है।
सदर (पाण्डव वासी), प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश के मूल निवासी *आर. एस. तिवारी (रमा शंकर तिवारी)* कई सालों से व्यापार जगत में अच्छे व्यवसायी के रूप में जाने जाते है, परन्तु भोजपुरी माटी में पले बढ़े तथा भोजपुरिया प्रेम की वजह से बतौर निर्माता और नायक सम्पूर्ण पारिवारिक, पूरी तरह से भारतीय एवं स्वस्थ मनोरंजक पूर्ण फिल्म *दिल हो गईल कुर्बान* के निर्माण की बुनियाद रख दी और अब मुंबई में पोस्ट- प्रोडक्शन का कार्य तेजी से किया जा रहा है। मुख्य भूमिकाओं में रमा शंकर तिवारी, मोहिनी घोष, अविनाश शाही,  प्रिया  शर्मा, सोनिया मिश्रा, पूनम वर्मा, गोपाल राय। बिपिन सिंह, विष्णु शंकर बेलू , राज कपूर शाही, यशवंत कुमार जायसवाल, सुशिल कुमार सिंह, राहुल, समीर, टोनी, संजय, मुकेश, शत्रुघ्न तिवारी, डी के शुक्ला तथा दीपक भाटिया है। आइटम नृत्य- सीमा सिंह एवं मेहमान भूमिका में हीरालाल यादव हैं।  
एक सवाल के जवाब में *आर. एस. तिवारी*  ने कहा कि **मैं अक्सर भोजपुरी फिल्मों को देखता रहता हूँ मगर हमारी कला और संस्कृत को अक्सर नज़र अंदाज़ कर  दिया जाता है, जिससे भोजपुरी फिल्मों की छवि निरंतर बिगडती जा रही है।इसी बात को मद्दे नज़र रखते हुए मैंने एक अलग विषय के माध्यम से नयापन देने की कोशिश किया है, उम्मीद हैं कि मातृभाषा से जुडी हुयी स्वस्थ मनोरंजकपूर्ण मेरी यह फिल्म सिनेप्रेमियों को बहुत पसंद आएगी।**
गौरतलब है कि निर्माता एवं अभिनेता - आर. एस. तिवारी की निर्माण कम्पनी द्वारा *दिल हो गईल कुर्बान*  के अलावा कई अन्य बेहतरीन फिल्मों के निर्माण पर कार्य  चल रहा है, जिसका विषय इतिहास रचने  जैसा होगा।


Tuesday, 4 December 2012

दिल हो गईल कुर्बान  का पोस्ट प्रोडक्शन शुरू 

मोहब्बत और नफरत के बीच पलता हुआ जज्बात के जंग को पारिवारिक ड्रामा एवं स्वस्थ मनोरंजक के साथ सिनेमा के  रूपहले परदे पर आर एस फिल्म्स प्रोडक्शन के बैनर तले निर्मित फिल्म- *दिल हो गईल कुर्बान* का पोस्ट प्रोडक्शन का कार्य तेजी से मुंबई में किया जा रहा है। इस फिल्म की पूरी शूटिंग सिलवासा गुजरात में की गयी है। यह फिल्म बिहार की सत्य घटना पर आधारित  एक्शन, हास्य, रोमांस से भरपूर, सम्पूर्ण पारिवारिक है। बतौर निर्माता - आर एस तिवारी-  मैंने भरसक प्रयास किया है और मुझे उम्मीद है कि यह फिल्म देखने के बाद एक नई शुरुआत होगी तीसरी पीढ़ी के लिए। हमारी फिल्म के गीत संगीत बहुत ही कर्णप्रिय हैं जो सिनेप्रेमियों के सर पर चढ़ कर बोलेगा। फ़िल्म के निर्देशक  व लेखक मिथिलेश अविनाश के अनुसार- कोई भी इन्सान पैदाइसी बुरा नहीं होता है, बल्कि हालत और समाज मजबूर कर देता है उसे बुरा बनने पर। समाज में फैली बुराइयों का गूढ़ रहस्य है हमारी फिल्म *दिल हो गईल कुर्बान*। गीतकार- विनय बिहारी, राजेश मिश्र, फणीन्द्र राव, पप्पू ओझा, बिपिन ओझा तथा पिंटू गिरी हैं एवं संगीतकार- दामोदर राव है। निर्माण नियंत्रक- कन्हैया कुमार उर्फ़ रवि कुमार, नृत्य निर्देशक- महेश आचार्य व संतोष कुमार सर्वदर्शी, सिनेमैटोग्राफर- डी के शर्मा, मार धाड़- हीरालाल यादव हैं। मुख्य भूमिकाओं में- रमा शंकर तिवारी, मोहिनी घोष, अविनाश शाही, प्रिय शर्मा, सोनिया मिश्रा, पूनम वर्मा, गोपाल राय। बिपिन सिंह, विष्णु शंकर बेलू , राज कपूर शाही, यशवंत कुमार जायसवाल, सुशिल कुमार सिंह, राहुल, समीर, टोनी, संजय, मुकेश, शत्रुघ्न तिवारी, डी के शुक्ला तथा दीपक भाटिया है। आइटम नृत्य- सीमा सिंह एवं मेहमान भूमिका में हीरालाल यादव हैं। 

भोजपुरी इंडस्ट्री की सुखद पहल

यह भोजपुरी इंडस्ट्री का  गौरव ही है कि कई कड़ियों में एक कड़ी का इजाफा हुआ है। हम यूँ कहें कि कई बड़ी बड़ी कंपनियों में एक और भव्य एवं बड़ी कम्पनी ''यश एंड राज इंटरटेनमेंट'' का उदय हुआ। भव्य पूजन, हवन एवं मंत्रोच्चारण के साथ कम्पनी ने आगाज़ किया। यह सुखद पहल है भोजपुरी सिनेमा से जुड़े तमाम कर्मकारों का। आज ''यश एंड राज इंटरटेनमेंट'' के नाम से एक बड़ी संस्था एक बड़े बज़ट की फिल्म का निर्माण करने के लिए अग्रसर हुआ। फिल्म का नाम है- ''ठोक देब'', जिसमें आपको बड़े स्टारों का समागम अल्प समय में आप लोगों को गुदगुदायेगा। मधु सिंह कृत फिल्म- ''ठोक देब'' की निर्मात्री - जे. नीलम तथा नरेन्द्र कौर 'सिमरन' हैं। निर्देशन की बागडोर संभाल रहे हैं अजय कुमार, गीत-संगीत एस0 कुमार का तथा लेखक- सुरेद्र मिश्रा हैं।

अभिनेत्री के साथ - साथ फिल्म निर्मात्री भी बनी गुंजन पन्त

भोजपुरी फिल्मों की साफ-सुथरी छवि के साथ सिनेप्रेमियों के दिल में उतरकर घर-घर की लाडली अभिनेत्री *गुंजन पन्त* दर्शकों के बीच पूरी तरह से भारतीय फिल्म का निर्माण करने हेतु अब अभिनेत्री के साथ-साथ फिल्म निर्मात्री भी बन गयी हैं। उन्होंने अभी हाल ही में एक भोजपुरी फिल्म- *मुन्नी बदनाम भईल सईयाँ तोहरे खातिर* के निर्माण की घोषणा की है, जिसमें मुख्य भूमिकाओं में रानी चटर्जी एवं दीपक दूबे तथा ब्रिजेश त्रिपाठी हैं। 
एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि **मैं बतौर निर्मात्री इस फिल्म में अभिनय नहीं करूँगी, मगर इसका मतलब यह नही हैं कि अब मैं अभिनय को दर किनार कर रही हूँ। बल्कि फिल्म के अच्छे निर्माण हेतु हर पहलुओं को ध्यान देते हुए एक बहुत ही मनोरंजक फिल्म बनाउंगी। मेरी फिल्म पूरी तरह से कामर्शियल होगी और फिल्म के संगीत पर ख़ास ध्यान दूंगी।फिल्म की शूटिंग हम बिहार, उत्तर प्रदेश तथा मुंबई के कई खूबसूरत स्थलों पर करेंगे। बतौर निर्मात्री मेरी यह पहली फिल्म है इसलिए मैं सिर्फ फिल्म के निर्माण में ज्यादा ध्यान देना चाहती हूँ और "मुन्नी" के किरदार के लिए *रानी चटर्जी* ही  मुझे परफेक्ट च्वाईस लगती हैं।**
बतौर अभिनेत्री गुंजन पन्त की शीघ्र ही प्रदर्शित होने वाली फिल्में - लक्ष्मण रेखा, कोठा, यादव पान भंडार, राम लखन इत्यादि हैं। इसके अलावा वह लगातार कई फिल्मों की शूटिंग में भी व्यस्त हैं.