मिस्टर बिहार के खिताब से नवाजे गये भोजपुरी सिने अभिनेता आदित्य मोहन ने उत्तर प्रदेश में फिल्म सिटी बनाने पर खुशी जाहिर करते हुए बिहार सरकार से भी फिल्म सिटी की माँग की है। भोजपुरी भाषा सबसे ज्यादा बिहार में ही बोली जाती है और भोजपुरी फिल्म बिहार में ही पहले रिलीज की जाती है। परंतु सिनेमा हाल की हालत ठीक ना होने के कारण सबसे कम कलेक्शन बिहार से ही होता है। बिहार सरकार को भोजपुरी फिल्मों के लिये पहले सोचना चाहिए था और भोजपुरी फिल्मों को सब्सिडी भी मिलनी चाहिये। लेकिन अभी भी देर नहीं हुई है।
विदित हो कि अभी हाल ही में उत्तर प्रदेश में दो फिल्म सिटी बनाने के लिए जापान की कंपनी, भोजपुरी सिने स्टार रवि किशन की प्रोडक्शन कंपनी और फिल्म बन्धु के बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की मौजूदगी में करार हस्ताक्षर हुए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने महाराष्ट्र की तरह उत्तर प्रदेश के सभी सिनेमाघरों में क्षेत्रीय फिल्म दिखाना अनिवार्य किया है।
गौरतलब है कि बेतिया, बिहार के मूल निवासी आदित्य मोहन ने मिस्टर बिहार का खिताब हासिल करने के बाद मॉडलिंग के क्षेत्र अपना करियर बनाया। मगर भोजपुरी माटी के प्रेम से ज्यादा दिन दूर ना रह सके और भोजपुरी सिने जगत में बतौर नायक अपने आपको स्थापित कर लिये हैं। इनकी पहली भोजपुरी फिल्म विजयपथ - एगो जंग बिहार, मुम्बई और गुजरात में सफल रही है, जिसे एस एस फिल्म फैक्ट्री ने प्रस्तुत किया था। शीघ्र ही इनकी कई भोजपुरी फिल्में प्रदर्शित होने वाली हैं।
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